भोपाल। शमशाबाद के विलोरी गांव में कांग्रेस समर्थक दलित परिवार से मंगलवार को विधायक के परिजनों ने मारपीट की। विवाद के पीछे चुनाव में गांव के पोलिंग बूथ में भाजपा की हार को बताया जा रहा है।
हालांकि अबतक किसी भी पक्ष पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद स्थानीय पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में है। पुलिस पर पीड़ित पक्ष से लिखित आवेदन लेकर मामला रफा-दफा करने का आरोप है।
कुरवाई मॉडल गांव में दलित किशोरी लाल अहिरवार, वीरेन्द्र सिंह अहिरवार और परिवार से मारपीट की घटना हुई। पीड़ित पक्ष ने विधायक सूर्यप्रकाश मीणा के भाई सत्यप्रकाश, भतीजे जयराम, बेटा कान्हा उर्फ भावेश तथा चार अन्य पर मारपीट का आरोप लगाया है।
वीरेन्द्र अहिरवार का आरोप है कि सोमवार की शाम विधायक का बेटा दयानंदपुर स्थित अपने घर ले गया, जहां विधायक ने कांग्रेस एजेंट बताकर गाली-गलौच की। गांव के पोलिंग बूथ पर भाजपा की हार का जिम्मेदार बताते हुए विधायक के परिजन मारने दौड़े। जान बचाकर वीरेंद्र भाग निकला। गांव से आधा किमी पहले जीप में सवार विधायक के परिजनों ने जमकर मारपीट की। बचाने आए किशोरीलाल व महिलाओं से भी मारपीट की गई।
यह है मामला
विधायक सूर्यप्रकाश मीणा विलोरी पंचायत के दयानंदपुर में रहते हैं। गांव के बिलोरी पोलिंग से भाजपा चुनाव में हार गई। पीड़ित वीरेंद्र और किशोरी लाल अहिरवार कांग्रेस की ओर से पोलिंग एजेंट थे। विधायक वहां से हार के लिए उसे ही जिम्मेदार मान रहे हैं।