प्रियंका खुद नहीं चाहती कि शूटर्स पकड़े जाएं: टीआई ने किया खुलासा

भोपाल। सीहोर में पदस्थ सिविल इंजीनियर प्रियंका बघेल गोलीकांड में शुक्रवार को कुछ अहम खुलासे होने के बाद मामला नए मोड़ आ गया है। पुलिस को पता चला है कि यह मामला परिवारिक रंजिश का है।

पुलिस ने जांच के कुछ अहम हिस्से बयां किए। इसमें पता चला है कि प्रियंका स्वयं इस मामले में पुलिस को गुमराह कर रही है। वह सवालों के ठीक-ठीक जवाब नहीं दे रही है। वहीं, पुलिस इस मामले में करीब पांच लोगों से पूछताछ कर चुकी है, लेकिन हमले का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।

गौरतलब है कि एएसआई आरबीएस बघेल की 27 वर्षीय बेटी प्रियंका जनपद पंचायत सीहोर में सिविल इंजीनियर हैं। सीहोर एसपी आफिस के पास 4 दिसंबर को गोली मार दी गई थी। इस हमले के समय प्रियंका के साथ उनकी दो सहेली प्रीति और पायल भी थीं, जो उसकी सहकर्मी भी हैं।

पांच लोगों से हुई पूछताछ

टीआई एसआर बुरासी ने बताया कि प्रियंका गोलीकांड में अभी तक पांच लोगों से पूछताछ की जा चुकी है, इसमें दो पंचायत कर्मचारी हैं। इनमें दो लोग इंदौर के और एक ग्वालियर का है। इन पांचों से पूछताछ जारी है, लेकिन किसी से भी हमला करने का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा। ऐसे हालात में गोलीकांड के आरोपियों के बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।

प्रियंका नहीं कर रही जांच में मदद

मंडी थाने के टीआई बुरासी का कहना है कि प्रियंका पुलिस का सहयोग नहीं कर रही है। वह घटना के बारे में गोलमोल जवाब दे रही है। इन हालात में उसकी भूमिका भी संदेह के घेरे में आ गई है। पुलिस जिन बिंदुओं को लेकर जांच कर रही थी, उनका इस हमले में कोई कारण फिलहाल नजर नहीं आया है। ऐसे में उसके परिवार के लोगों पर संदेह से इंकार नहीं किया जा सकता है।

दोस्त हिरासत में

टीआई बुरासी ने बताया कि प्रियंका के एक दोस्त को ग्वालियर से हिरासत में लिया गया है। उससे पुलिस ने पूछताछ की है, लेकिन 24 घंटे की पूछताछ में उसका इस घटना में शामिल होना नहीं पाया जा रहा है। प्रियंका उसकी दोस्त जरूर रही है, लेकिन उसका इस मामले से कोई लिंक नहीं मिला है।

परिवारिक रंजिश का है मामला

पुलिस का कहना है कि इस गोलीकांड में पुलिस ने जिन दो बिंदुओं से अपनी जांच शुरू की थी, उसमें नौ दिनों में कोई सुराग नहीं मिला है। इस कारण पुलिस का ध्यान अब परिवारिक रंजिश की तरफ जा रहा है।

इन बिंदुओं पर शुरू की थी जांच

पुलिस ने इस जानलेवा हमले के बाद अपनी तहकीकत शुरू की थी, तो उसके सामने दो बिंदु थे, एक जनपद से सड़क निर्माण के एक कार्य से जुड़ा हुआ था। दूसरा बिंदु घायल के साथ जाने वाली पायल ठाकुर से जुड़ा हुआ था।

सहेलियों ने चुप्पी साधी

मंडी थानाप्रभारी का कहना है कि प्रियंका पर पेशेवर हमलावरों ने गोली चलाई थी। हमले के समय प्रियंका की दो सहेलियां प्रीति रावत और पायल ठाकुर ने पुलिस के बार-बार बुलाने के बाद भी नहीं आई हैं जबकि ऐसी आंशका है कि दोनों को पता है कि इस हमले के पीछे कौन है।

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