हार गए तो क्या, वक्फ बोर्ड के चेयरमैन बनेंगे आरिफ बेग

भोपाल। डेढ दशक बाद सीनियर नेता आरिफ बेग को लाल बत्ती का रुतबा मिलने के पुख्ता आसार हैं। बेग को विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी मप्र वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बनाए जाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

इसके लिए बेग को दोबारा बोर्ड मेंबर नॉमीनेट किए जाने की कवायद चल रही है। ऐसे में 14 जनवरी, 2014 तक बोर्ड में एक महिला सदस्य के साथ ही दो नए सदस्यों की नियुक्ति के साथ ही चेयरमैन का चुनाव हो जाएगा। गौरतलब होगा कि, भारतीय जनता पार्टी ने चौंकाते हुए समाजवादी पृष्ठभूमि वाले नेता आरिफ बेग को भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से चुनाव में उतार दिया था। 

हालांकि कड़े मुकाबले में वे कांग्रेस के आरिफ अकील से हार गए। इसके बाद भी भाजपा को बेग में बेहतर संभावनाएं नजर आ रही हैं, जिसके चलते लाल बत्ती का रुतबा दिए जाने के लिए वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बनाए जाने की कवायद तेज हो गई है। बेग ने विधानसभा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद पार्टी के निर्देश पर तत्काल बोर्ड मेंबर के पद से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि, पूर्व में पार्टी के सांसद रहे बेग के सहारे पार्टी की पैठ अल्पसंख्यक समुदाय में बढेगी, जिसका असर आने वाले लोकसभा चुनाव में भी होगा।

इसीलिए हटाए गए सीईओ

सूत्रों की मानें तो वक्फ बोर्ड के सीईओ दाउद अहमद खान को आनन-फानन में सिर्फ इसीलिए हटाया गया कि खान का झुकाव मुतवल्ली मेंबर शौकत मोहम्मद खान को बोर्ड का चेयरमैन बनवाने की ओर ज्यादा था। इसी के चलते दाउद बीते दिनों शौकत के साथ जबलपुर गए थे और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अजय विश्नोई से मिले थे। इसका पता चलने के बाद बेग के लिए लॉबिंग करने वालों ने दाउद को वक्फ बोर्ड के सीईओ के पद से हटवा दिया। गौरतलब होगा कि, बुधवार को बोर्ड के चेयरमैन के चुनाव और इसके गठन पर हाईकोर्ट ने स्थगन लगाया और गुरुवार को राज्य शासन ने बोर्ड के सीईओ को बदल दिया।

7 के बजाय सिर्फ 5 सदस्य

मप्र वक्फ बोर्ड के सदस्यों की घोषणा 4 दिसंबर को हुई थी। हालांकि, वक्फ अधिनियम के तहत सूबे में करीब 15 सदस्यों वाला बोर्ड बनाया जाना चाहिए, जबकि चुनाव करवाकर 7 सदस्यीय बोर्ड बनाने की तैयारी की और अचानक ही सिर्फ 5 सदस्यों वाला बोर्ड घोषित किया गया। सदस्यों में सांसद श्रेणी से राज्यसभा सांसद नजमा हेपतुल्लाह, विधायक के तौर पर आरिफ अकील और मुतवल्ली कैटेगिरी में शौकत मोहम्मद खान है। नामांकित श्रेणी के सदस्यों में मेहबूब हुसैन और एमआर खान शामिल हैं।

नियम से ऐसे बनेगा वक्फ बोर्ड

वक्फ अधिनियम 1996 के मुताबिक 13 सदस्यीय वक्फ बोर्ड बनना चाहिए। इसमें दो सांसद (वर्तमान या पूर्व), दो विधायक (वर्तमान या पूर्व), एक मुतवल्ली (जिसकी सालाना आमदनी एक लाख रुपया हो), दो बार काउंसिल के मेंबर, दो धार्मिक विद्वान (एक सुन्नी और एक शिया समुदाय से), एक सरकारी अधिकारी और शासन द्वारा नामांकित सदस्य होंगे।



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