भोपाल। चहुंओर जनता की चर्चा का केंद्र बने भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी मिजोरम में कोई कमाल क्यों नहीं दिखा पाए। यह एक प्रश्न है।
पांच राज्यों के नतीजों को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भाजपा को मिली जीत का श्रेय मोदी को न देते हुए राज्यों के मुख्यमंत्रियों को दिया। लोग आडवाणी के इस बयान का अर्थ चाहे जिस रूप में निकालें,लेकिन यह सच्चाई है कि भाजपा और कांगे्रस को अपनी-अपनी करनी का फल मिला है।
भाजपा सरकार ने जनता के लिए जो काम किए उसे उसने पसंद किया और विपक्ष ने जिस प्रकार से भूमिका निभाई, उसे भी उसका फल मिल गया। यदि मिजोरम में भाजपा को चमत्कारित परिणाम मिलते तो शायद आडवाणी मोदी को इस श्रेय में शामिल करते। पर ऐसा नहीं हुआ।
मोदी से कड़वे रिश्तों के कारण नहीं बल्कि सत्य को जानकर आडवाणी ने जीत का श्रेय मप्र में केवल शिवराज को दिया है। बहरहाल, कांगे्रस नाकामियों पर परदा डालने की आदत छोड़कर सच स्वीकार ने का साहस कब दिखाएगी। यह देखना बाकी है।