भोपाल। शहर के जयप्रकाश अस्पताल (जेपी) में इस शनिवार को मरीजों को इलाज मिलने में और अधिक परेशानी आ सकती है। हाल ही में यहां के चार डॉक्टरों के ट्रांसफर होने के बाद व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही है, उस पर शनिवार को प्रदेश सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में यहां के पांच डॉक्टरों की ड्यूटी और लगा दी गई है। ऐसे में एक दर्जन डॉक्टरों पर ही ओपीडी की पूरी जिम्मेदारी रहेगी।
शनिवार को कम रहेगी डॉक्टरों की संख्या : जयप्रकाश अस्पताल में फिलहाल 65 डॉक्टर हैं। इनमें से ज्यादातर के जिम्मे अस्पताल के प्रबंधन से जुड़े काम हैं। ऐसे में फिलहाल ओपीडी के लिए महज डेढ़ दर्जन डॉक्टर ही सेवाएं दे पा रहे हैं। शनिवार को यह संख्या और भी कम हो जाएगी। जबकि इस अस्पताल की ओपीडी में रोजाना औसतन डेढ़ हजार मरीज पहुंचते हैं।
एक मरीज के लिए केवल दो मिनट
डॉक्टरों की कमी के चलते आलम यह है कि इस अस्पताल की ओपीडी में आने वाले एक मरीज को डॉक्टर औसतन दो मिनट का समय ही दे पा रहे हैं। जेपी अस्पताल में कुल 65 डॉक्टर हैं। हालांकि इनमें 10 डॉक्टर इमरजेंसी, 4 पैथोलॉजी, 4 रेडियोलॉजी, 6 एनीस्थिसिया में होते हैं। इसके अलावा 5 डॉक्टर किसी जुलूस, सरकारी कार्यक्रम या वीआईपी कार्यक्रम में होते हैं। रोजाना 3-4 डॉक्टर छुट्टी पर होते हैं। 6 स्पेशलिस्ट डॉक्टर ओपीडी में नहीं आते। साथ ही 4 स्त्री रोग विशेषज्ञ सिर्फ महिला मरीजों की ही जांच करती हैं। कई डॉक्टर ऑपरेशन में व्यस्त होते हैं।
सिर्फ नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में परेशानी है। अन्य विभागों में कोई दिक्कत नहीं है। हमने डॉक्टरों की कमी को देखते हुए विभाग से और डॉक्टरों की मांग की है।
डॉ. वीणा सिन्हा, अधीक्षक, जेपी अस्पताल