भोपाल। राष्ट्रीय फैशन तकनीकी संस्थान (एनआईएफटी) में यौन उत्पीड़न के आरोपी तत्कालीन ज्वाइंट डायरेक्टर वसंत कोठारी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस जोधपुर रवाना हो गई है।
इधर, मप्र महिला आयोग ने कोठारी को संरक्षण देने वाले डायरेक्टर जनरल प्रेमकुमार गेरा और भोपाल यूनिट के डायरेक्टर यूएस टोलिया के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिशें कपड़ा मंत्रालय को भेज दी हैं। आयोग ने कोठारी के पूर्व कार्यस्थल से उनके आचरण की जानकारी भी मांगी है।
गुरुवार की शाम भोपाल पुलिस का एक दल भोपाल-जोधपुर फास्ट पैसेंजर ट्रेन से जोधपुर के लिए रवाना हुआ। इसमें सब इंस्पेक्टर रतन सिंह और हेड कांस्टेबल सुभाष त्यागी शामिल हैं। वे शुक्रवार शाम को जोधपुर पहुंचेंगे। गुरुवार को ही मप्र राज्य महिला आयोग ने केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय को डाक के जरिए इस मामले से जुड़ी अपनी सिफारिशें भेज दीं। मामले की सुनवाई के दौरान बुधवार को आयोग ने इस प्रकरण में गेरा तथा टोलिया के रवैये पर आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।
आयोग की अध्यक्ष उपमा राय ने बताया कि अब एनआईएफटी बेंगलुरू से कोठारी के आचरण की जानकारी मांगी जा रही है। आरोपी पूर्व में वहां भी पदस्थ रहा है। राय के अनुसार आयोग ने स्वत: ही यह कदम उठाया है ताकि पता चल सके कि अन्य जगहों पर कोठारी का आचरण कैसा रहा है। आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि एक महीने के बाद यह पता लगाया जाएगा कि आयोग की सिफारिशों पर अमल की क्या स्थिति है।
दिखा राहत का माहौल
इस घटनाक्रम के चलते एनआईएफटी परिसर में गुरुवार को राहत का माहौल था। यौन उत्पीड़न की शिकार हुई पीड़िताओं के अलावा अन्य स्टूडेंट्स का कहना है कि राज्य महिला आयोग के निर्णय के बाद उन्होंने राहत की सांस ली है।
दोबारा लिए टोलिया के बयान
पुलिस ने गुरुवार को यूनिट डायरेक्टर टोलिया के बयान लिए। टोलिया ने पुलिस को बताया कि छात्राओं और फैकल्टी से मिले आवेदन की जांच एक समिति से करवाई गई। जिसकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा दी है। वहीं, पुलिस ने दो महिला फैकल्टी और एक छात्रा के भी बयान लिए। टीआई हेमंत श्रीवास्तव ने बताया कि इस दौरान वही बातें दोहराई गई हैं, जो उन्होंने महिला आयोग के सामने कही थीं।
जोधपुर में कोठारी का विरोध शुरू, मकान पर लगा ताला
इधर, यौन उत्पीड़न के खुलासे के बाद ट्रांसफर कर जोधपुर भेजे गए कोठारी का वहां भी विरोध शुरू हो गया है। उनका स्टूडेंट्स तो विरोध कर ही रहे हैं, लोग भी नहीं चाहते कि कोठारी उनके पड़ोस में आकर रहे। कोठारी ने इस महीने की शुरुआत में पाल रोड स्थित रूपरजत टाउनशिप में मकान नंबर बी-5 किराए पर लिया था। चार दिसंबर को दैनिक भास्कर में जैसे ही कोठारी के बारे में खबर प्रकाशित हुई, उसने उसी दिन से अवकाश ले लिया और मकान पर ताला लगा कर चला गया। वर्तमान में आरोपी 20 दिसंबर तक अवकाश पर है। उसकी लोकेशन के बारे में किसी को जानकारी नहीं है। कोठारी के बारे में कॉलोनी के लोगों को पता चला तो उन्होंने उसको मकान किराए पर देने का विरोध किया। डीसा (गुजरात) में रहने वाले मकान मालिक ने कोठारी द्वारा मकान पर लगाए गए ताले पर ताला जड़वा दिया है।
व्हॉट्स एप, ई-मेल से भेज रहे एक-दूसरे को जानकारी
भोपाल की छात्राओं और फैकल्टी का कहना है कि वे पूरे मामले पर पल-पल नजर रखे हुए हैं। वे व्हॉट्स एप और ईमेल के जरिए एक दूसरे से घटनाक्रम की जानकारियों का आदान-प्रदान कर रही हैं। एनआईएफटी भोपाल यूनिट में कक्षाओं में 75 प्रतिशत तक उपस्थिति दर्ज की गई। नाम न देने की शर्त पर कई छात्राओं ने कहा कि मानसिक तनाव के बाद अब सुकून से पढ़ सकेंगे।
आयोग की सिफारिशों पर नियमानुसार होगी कार्रवाई
निफ्ट वाले मामले में मंत्रालय नजर रखे हुए है। मप्र राज्य महिला आयोग ने जो सिफारिशें की है, वह न तो फैक्स से और न ही ई-मेल से अभी तक हमारे पास आई है। जैसे ही हमें आयोग की सिफारिशें मिलेगी, उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
पनबाका लक्ष्मी, केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री
आयोग इस तरह का पत्र व्यवहार केवल रजिस्टर्ड डाक के जरिए करता है। इसके लिए ई-मेल या फैक्स के इस्तेमाल का प्रावधान नहीं है। कपड़ा मंत्रालय को नियमानुसार सिफारिशें भेज दी गई हैं।
उपमा राय, अध्यक्ष, मप्र राज्य महिला आयोग