जबलपुर| मध्य प्रदेश के सभी सरकारी जिला अस्पतालों में ऑटो चेंजर जनरेटर की आपूर्ति कर दी गई है। सरकार ने यह जानकारी जबलपुर उच्च न्यायालय में दायर अवमानना याचिका की सुनवाई के दौरान दी गई। कृपया अपने स्तर पर जांच लें, क्या आपके नजदीकी सरकारी अस्पताल में यह जनरेटर मौजदू है।
अवमानना याचिका की सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से पेश किए गए जबाव में कहा गया है कि सभी शासकीय जिला अस्पतालों में अटो चेंजर जनरेटर की आपूर्ति कर दी गई है। सरकार ने आदेश के परिपालन में देरी के लिए न्यायालय से क्षमा भी मांगी। जिसके बाद मुख्य न्यायाधीश अजय मानिकराव खानविलकर व न्यायाधीश अजित सिंह की युगलपीठ ने याचिका निराकृत कर दी।
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच की तरफ से दायर की गई याचिका में कहा गया था कि वर्ष 2006 में उच्च न्यायालय की युगलपीठ ने सरकार को निर्देशित किया था कि इसी वित्त वर्ष में शासकीय जिला अस्पतालों में अटो चेंजर जनरेटर लगाए जाएं। अवमानना याचिका में कहा गया था सरकार ने न्यायालय के आदेश का पालन निर्धारित समय सीमा में नहीं किया।
याचिका में कहा गया था कि भोपाल के हमीदिया अस्पताल में लगभग पांच वर्ष पूर्व अचानक बिजली चले जाने के कारण वेंटिलेटर पर रखे गए चार मरीजों की मौत हो गई थी। इस प्रकार नवम्बर 2008 में बिजली कटौती के कारण शासकीय चिकित्सा महाविद्यायल के अस्पताल जबलपुर में कई मरीजों के ऑपरेशन स्थगित करने पड़े। जिसके कारण अस्पताल में अराजकता की स्थिति निर्मित हो गई थी।
अवमानना याचिका की सुनवाई करते हुए वर्ष 2009 में न्यायालय ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जबाव मांगा था। याचिका पर गुरुवार को हुई अंतिम सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से अस्पतालों में अटो चेंजर जनरेटर भेजे जाने के आदेश की प्रति व हलफनामा प्रस्तुत किया गया।