भोपाल। गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर ने पुलिस अफसरों और कर्मचारियों को फिटनेस का फंडा देते हुए कहा है कि वे सप्ताह में तीन दिन मैदान में जरूर खेलें। इससे सेहत दुरुस्त रहेगी। गौर शनिवार को मंत्रालय में विभागीय समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश के महानगरों के थानों में अन्वेषण और कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी अलग-अलग पुलिस बल को दी जाए।
शुरूआती चरण में महानगर के थानों में मौजूदा पुलिस बल के बीच जिम्मेदारी सौंपकर व्यवस्था तत्काल शुरू की जाए। इस दौरान गौर ने सौ दिवस की कार्य-योजना पर चर्चा की। बैठक में सचिव गृह सीमा शर्मा, पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे सहित अन्य प्रमुख अधिकारी मौजूद थे। बैठक में प्रदेश के महानगरों में अन्वेषण और कानून-व्यवस्था के लिये थानों में पृथक-पृथक पुलिस अमले की तैनाती के लिये पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के नवीन पदों की व्यवस्था सहित अन्य जानकारी दी गई।
मंत्री गौर ने कहा कि शुरूआत में महानगरों में मौजूदा पुलिस बल में से अन्वेषण और कानून-व्यवस्था के लिये पृथक-पृथक दल बनायें। पुलिस बल में अफसर से लेकर कर्मचारी तक शारीरिक फिटनेस पर ध्यान दें। हर पुलिसकर्मी सप्ताह में तीन दिन मैदान में जरूर खेलें। गौर ने कहा कि 5 जनवरी 2014 से ट्रेफिक सप्ताह के दौरान यातायात पुलिस और थाने की पुलिस, जन सहयोग से यातायात नियमों से आमजन को परिचित करवाएं। इसके लिये कॉलेज के छात्र-छात्राओं को उनके कॉलेज परिसर में ही जानकारी दी जाए। गौर ने वेब पोर्टल के माध्यम से एफआईआर दर्ज करवाने की व्यवस्था शुरू करने के संबंध में कार्रवाई करने के लिये भी कहा। गौर ने कहा कि प्रदेश में
मादक पदार्थों के क्रय-विक्रय में लिप्त अपराधियों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्यवाही करें। पुलिस अनिवार्य रूप से मैदान में दिखें। विशेषकर व्यस्ततम समय में मुस्तैदी से मौजूद रहें।
जेलों में वीडियो कान्फ्रेंसिंग से हो सुनवाई
गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि प्रदेश की जेलों में बंदियों के न्यायालयीन प्रकरणों की वीडियो कान्फ्रेंसिंग से सुनवाई की व्यवस्था को जल्दी शुरू किया जाएं। मंत्री गौर शनिवार को मंत्रालय में जेल विभाग की 100 दिवस कार्य-योजना पर आयोजित बैठक में अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे।
आवास ऋण का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश
सुरक्षा, कानून-व्यवस्था में ड्यूटी करने वाले पुलिस बल की सुविधाओं और उनके कल्याण को ध्यान में रखते हुए मंत्री गौर ने पुलिस महानिदेशक को कहा कि हुडको से पुलिस के लिये 1000 करोड़ के आवास ऋण का प्रस्ताव तैयार करें, जिससे पुलिस कर्मियों को पर्याप्त संख्या में आवास दिये जा सकें। उन्होंने पुलिस बल को प्रशिक्षण देने के लिये प्रत्येक पुलिस रेन्ज में एक पुलिस ट्रेनिंग स्कूल खोलने के लिये कहा। गौर ने कहा कि आईजी, डीआईजी क्षेत्र के भ्रमण पर जाएं तो इसकी जानकारी आमजन को दें। प्रेस के माध्यम से यह सूचना दी जाए। उन्होंने कहा कि इससे समस्याओं का निराकरण करने के साथ फीडबेक भी मिल सकेगा।