गैरतगंज। राकेश गौर।
रायसेन जिले के थाना गैरतगंज मुख्यालय के सघन आबादी वाले रहवासी क्षेत्र
बाजार चौक में शुक्रवार शनिवार की दरमियानी रात नगर के साहूकारी का काम
करने वाले एक व्यक्ति को उसी के घर में बंधक बनाकर अज्ञात डकैतों ने लगभग
ढाई करोड से अधिक के माल पर हाथ साफ कर दिया।
लगभग
रात ढाई बजे करीब हुई इस डकैती का पता पडोसियों को तब चला, जब साहूकार ने
शोर मचाकर लोगो को बुलाया। तब तक डकैत माल पर हाथ साफ कर भाग गए थे। छीना
झपटी में साहूकार घायल भी हो गया है। गैरतगंज में पहली बार हुई इतनी बडी
डकैती के मामले के बाद नगर सहित क्षेत्रभर में गहमागहमी का माहौल है।
थाना
गैरतगंज मुख्यलय के पुराने रहवासी क्षेत्र बाजार चैक में रहने वाले
ताराचंद जैन आ. गुलाब चंद जैन 70 वर्ष लंबे समय से साहूकारी का काम कर रहे
है। शुक्रवार को ताराचंद जैन के परिजन सागर गए हुए थे। उसी दौरान शुक्रवार
शनिवार की दरमियानी रात लगभग ढाई बजे जब वे सो रहे थे तभी अचानक दरवाजा
तोडकर अंदर घुसे 4 अज्ञात डकैतों ने उन्हे बंधक बनाकर लगभग ढाई करोड से
अधिक के माल की चोरी कर ली।
चोरी किए गए माल में 90 लाख रू नगदी, 75 लाख रू. कीमत की डेढ क्ंिवटल चांदी एवं 75 लाख रू. कीमत का ढाई किलों सोना शामिल है। डकैती की यह घटना घटित होने के बाद ताराचंद जैन ने शोर कर मौहल्ले वालों को बुलाया। तथा पूरा घटनाक्रम बताया। सूचना मिलने पर पुलिस बल एवं डाॅग स्क्वाड ने मौके पर पहुंचकर जांच पडताल की। घटना स्थल से डकैतों द्वारा छोडी गई चप्पले, दस्ताने एवं शराब की बाटल भी बरामद हुई है।
चोरी किए गए माल में 90 लाख रू नगदी, 75 लाख रू. कीमत की डेढ क्ंिवटल चांदी एवं 75 लाख रू. कीमत का ढाई किलों सोना शामिल है। डकैती की यह घटना घटित होने के बाद ताराचंद जैन ने शोर कर मौहल्ले वालों को बुलाया। तथा पूरा घटनाक्रम बताया। सूचना मिलने पर पुलिस बल एवं डाॅग स्क्वाड ने मौके पर पहुंचकर जांच पडताल की। घटना स्थल से डकैतों द्वारा छोडी गई चप्पले, दस्ताने एवं शराब की बाटल भी बरामद हुई है।
बंधक बनाकर आधा घंटे में की डकैती
पूरे
घटनाक्रम की सूचना मिलने पर नगर में गहमागहमी मच गई। इस संबंध में ताराचंद
जैन ने मीडिया प्रतिनिधियों को बताया कि जब वे अपने कमरे का दरवाजा बंद
करके सो रहे थे तभी रात करीब ढाई बजे चार अज्ञात डकैतों ने मकान के साइड
में स्थित गली वाला लकडी का दरवाजा तोडकर मकान में प्रवेष किया। तथा मुझे
साडी से बंाध दिया। इस दौरान डकैतों ने ताराचंद जैन के गले से सोने की चैन
एवं हाथों में पहनी हुई आधा दर्जन अंगूठिया भी उतरवा ली।
घटनाक्रम के दिन उक्त समय ताराचंद जैन की पत्नि एवं छोटा पुत्र सागर किसी काम से गए हुए थे। डकैतों ने मकान में प्रवेष करने के साथ ही उन्हे बंधक बना लिया। तथा जान से मारने की धमकी देते हुए दो अलमारियों में रखा हुआ नगदी एवं ज्वेलरी चोरी कर ली। यह पूरा घटनाक्रम डकैतों ने कुल आधे घंटे के समय में अंजाम दे दिया। डकैतों का हुलिया बताते हुए श्री जैन ने बताया कि वे सभी लगभग 25 से 30 वर्ष की आयु के थे। तथा पैंट शर्ट पहने हुए अंजान चेहरे थे। डकैती का काम इन डकैतों ने बिना लाइट जलाए टार्च की रोषनी में ही पूरा किया।
घटनाक्रम के दिन उक्त समय ताराचंद जैन की पत्नि एवं छोटा पुत्र सागर किसी काम से गए हुए थे। डकैतों ने मकान में प्रवेष करने के साथ ही उन्हे बंधक बना लिया। तथा जान से मारने की धमकी देते हुए दो अलमारियों में रखा हुआ नगदी एवं ज्वेलरी चोरी कर ली। यह पूरा घटनाक्रम डकैतों ने कुल आधे घंटे के समय में अंजाम दे दिया। डकैतों का हुलिया बताते हुए श्री जैन ने बताया कि वे सभी लगभग 25 से 30 वर्ष की आयु के थे। तथा पैंट शर्ट पहने हुए अंजान चेहरे थे। डकैती का काम इन डकैतों ने बिना लाइट जलाए टार्च की रोषनी में ही पूरा किया।
पुलिस बल पहुंचा मौके पर
घटना
की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, तथा जांच पडताल एवं विवेचना
प्रारम्भ की। सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस अधीक्षक केबी शर्मा ,एसडीओपी
गिरीष बोहरे एवं थाना प्रभारी एस एस पटेल ने दल बल के साथ मौके पर जांच
कार्य शुरू किया। इस संबंध में एसडीओपी गिरीष बोहरे से पूछे जाने पर उनका
कहना है कि अभी पूरे घटनाक्रम में पुलिस सभी पहलुओं पर सूक्ष्म जांच कर रही
है। तथा मौके पर महत्वपूर्ण सबूत मिले है। जल्द ही आरोपीयों को पकडा
जावेगा। थाना प्रभारी एसएस पटेल ने बताया कि डाॅग स्क्वाड की तलाषी में नदी
मौहल्ला तरफ ताराचंद जैन का शाल एवं चादर आदि बरामद हुए है।
कंजूसी एवं अविश्वास ले डूबा साहूकार को
इस
पूरे घटनाक्रम में गौर करने वाली बात यह है कि लाखों का काम करने वाला
साहूकार ताराचंद जैन अपनी एवं अपने घर की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह
बेपरवाह था। मौके पर जब उसके घर का मुआयना किया गया तो मकान में जो दरवाजें
लगे है वह अत्यन्त जीर्ण शीर्ण एवं पुराने जमाने के मिले। इसी प्रकार
आधुनिक युग में बैंकिंग सुविधा का लाभ होने के बाबजूद ताराचंद जैन इतनी बडी
मात्रा में नगदी एवं ज्वेलरी को घर में रखे हुए था। तथा जहां यह सामान रखा
गया था वे पुरानी लोहे की गोदरेजनुमा अलमारियां है। जो आसानी से टूट गई।
ताराचंद जैन की यह लापरवाही उसकी कंजूसी एवं अविष्वासी भावना को प्रकट करती
है। जन चर्चा में पता चला कि कई बार पडोसी एवं पुलिस ताराचंद जैन को
साहूकारी के धंधे के चलते सुरक्षा गार्ड रखने की सलाह भी दे चुके थे परन्तु
उन्होने इस ओर कोई ध्यान नही दिया।