भोपाल। भोपाल-इंदौर के बीच चल रही डबल डेकर ट्रेन गोया अंगद का पांव हो गई है। पहले भोपाल आ नहीं रही थी, अब भोपाल से जा नहीं रही है। इसके 10 कोच मुम्बई भेजे जाने हैं, लेकिन फिर कागजों में उलझ गई यह ट्रेन।
ट्रेन अतिरिक्त कोच को मुंबई ले जाने पर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इसका कारण मुंबई रेलवे से कोच ले जाने के लिए अब तक क्लीयरेंस नही मिला है। यही कारण है कि सप्ताह भर पहले मुंबई जाने वाले कोच को लेकर अफसर भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं। डबल डेकर ट्रेन के 10 अतिरिक्त कोच और एक पॉवर कार को हμते भर पहले मुंबई भेजने की तैयारी थी, लेकिन अब तक इन्हें रवाना नहीं किया गया। इसका कारण मुंबई रेलवे से अब तक इसकी मंजूरी नहीं मिलना है।
कोच ले जाने के लिए ओवर डायमेंशन कंसाइमेंट (ओडीसी) रुल्स का पालन करना है, क्योंकि डबल डेकर ट्रेन के कोच सामान्य ट्रेनों के कोचों से बडें है। ओडीसी रुल्स के अनुसार कोच जिस रूट पर जा रहे है, वहां के टनल, ब्रिज और प्लेटफार्म से कोच टकराए नहीं, इसके लिए रेलवे को कोच के डायमेंशन अनुसार ब्रिज की ऊंचाई, लंबाई लेकर क्लीयरेंस देना है। साथ ही इन कोच को मुंबई तक भेजने के लिए मेन लाइन से ही ले जाना होगा।