भोपाल। विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में कलह तेज हो गई है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के फार्मूले को ठेंगा दिखाकर कोटा सिस्टम में अपने समर्थकों को टिकट दिलाने वाले बड़े नेताओं पर लग रहे आरोपों के बाद पार्टी में भूचाल सी स्थिति है।
बड़े नेताओं ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खुद जवाब देने की जाए अपने मोहरों को आगे किया है। शर्मिंदगी की बात यह है कि निचले स्तर पर जाकर लगाए जा रहे आरोप-प्रत्यारोपों को पार्टी आलाकमान खामोशी से सुन रहा है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी अब तक आरोपों को लेकर किसी नेता को समझाईश नहीं दी है। 8 तारीख को नतीजे आने के दूसरे ही दिन सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी द्वारा राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय को षडयंत्रकारी बताते हुए हार का ठीकरा फोड़ने के बाद पूर्व विधायक और महिदपुर से चुनाव हारीं कल्पना परुलेकर ने दिग्विजय सिंह सहित भूरिया, अजय सिंह और प्रेमचंद गुड्डू पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
कल्पना ने केंद्रीय कमलनाथ को दो पन्नों को पत्र लिखकर इन नेताओं की पोल खोलने का दावा किया है। बुधवार को लिखे इस पत्र में कल्पना ने लिखा है कि विस से उनकी बर्खास्तगी, लोकायुक्त नावलेकर मामले और अविश्वास प्रस्ताव के दौरान नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने क्या भूमिका रही, ये आप (कमलनाथ) भी जानते हैं। दिलीप सूर्यवंशी और सुधीर शर्मा से किसके संबंध रहे हैं, ये भी आप जानते हैं।
उन्होंने ने कहा कि इन तीनों नेताओं ने कांग्रेस को हरवाया है। राहुल गांधी को धोखे में रखा गया है। उनके द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षक पूरी तरह से गुड्डू से मिले हुए थे। उन्होंने कमलनाथ से कहा कि दिग्विजय को सभी बड़े पदों से हटाकर मप्र में प्रतिबंधित करने की जरूरत है। प्रेमचंद्र गुड्डू को पार्टी से निकाल देना चाहिए। भूरिया पर भी कड़ा एक्शन लेना चाहिए।
मिस्त्री और मोहन प्रकाश पर भी आरोप
इंदौर शहर की सभी सीटों पर सफाए के बाद नाराज नेताओं ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री पर टिकट बेचने तक के गंभीर आरोप लगाए हैं। इंदौर के पार्टी नेता और दिग्विजय समर्थक रघु परमार ने कहा कि पंकज संघवी को टिकट दिया नहीं बल्कि बेचा गया है। मिस्त्री ने इसके लिए मोटी रकम ली है।
उन्होंने दिग्विजय की आलोचना करने वाले सत्यव्रत चतुर्वेदी और कल्पना परुलेकर को पहले अपनी गिरेबां में झांकने की नसीहत दी। इधर भोपाल जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता गुड्डू चौहान ने कहा कि हार का जवाब उन नेताओं को देना चाहिए, जिन्होंने अपने समर्थकों को टिकट दिलवाए। दिग्विजय सिंह ने किसी को टिकट नहीं दिलवाया।