भोपाल। पुलिस ने कत्ल के एक माह बाद कातिल को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन कत्ल किसका हुआ है, इस बारे में पुलिस को खबर नहीं। हालांकि पुलिस ने मृतक के हुलिए और रंग के आधार पर उसका नाम कल्लू रख लिया है, लेकिन शिनाख्ती की समस्या जस की तस बनी हुई है।
हनुमानगंज के बाल विहार इलाके स्थित एक खंडहर में महीनाभर पहले हुए अंधे कत्ल का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का तर्क है कि इसी नाम से मृतक को स्थानीय चाय की गुमठी और कूड़ा-करकट बीनने वाले पुकारा करते थे।
इस अंधी वारदात का सुराग कबाड़ा बेचने वाले इरशाद अहमद उर्फ अली बाबा से लगा, जो कि उसी खंडहर के आसपास अक्सर रात में सोता था। उसने बताया कि 23 से 25 अक्टूबर के बीच रात 11 बजे खंडहर में गया था। जहां झाड़ियों में अज्ञात व्यक्ति अचेत पड़ा था, नजदीक ही सद्दाम संदिग्ध हालत में खड़ा था, जिसने ब्लेड मांगी थी।
बताया गया है कि संदेह के आधार पर पुलिस ने 20 नवंबर को सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने कल्लू की हत्या करना कबूल लिया। गत 26 अक्टूबर को बाल विहार कम्युनिटी हाल के पीछे खंडहरनुमा कमरे से अज्ञात युवक की लाश मिली थी। पोस्टमार्टम में सिर की चोट से मौत होने का खुलासा होने के बाद पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया था।
180 रु. के लिए हत्या
पूछताछ में आरोपी सद्दाम ने बताया गत 23 अक्टूबर की रात कल्लू भोपाल टॉकीज के पास नशे में सोता हुआ मिला था, जेब काटने की नीयत से वह उसे कम्युनिटी हाल के पीछे खंडहर पर ले गया। जहां ब्लेड से जेब काट पर्स निकालने के दौरान कल्लू को होश आने लगा, उसने झूमाझटकी की। सद्दाम ने बड़ा पत्थर उसके सिर पर मार दिया। जिसके बाद पर्स से 180 निकालकर फरार हो गया। पुलिस ने हत्यारे की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पत्थर बरामद कर लिया है।