भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक डॉ. पंकज त्रिवेदी और प्रिंसिपल सिस्टम एनालिस्ट नितिन महिंद्रा ने संविदा शिक्षक के तीनों वर्ग की पात्रता परीक्षाओं में भी कई प्रत्याशियों को दो से पांच लाख तक रकम लेकर पास करवाया था। आरोपियों ने सीधे खुद ही यह रकम ली थी। एसटीएफ से पूछताछ में आरोपियों ने यह खुलासा किया है।
फिलहाल एसटीएफ ने संविदा शिक्षक की भर्ती परीक्षा की करीब 150 कॉपियां जब्त कर आगे की जांच शुरू कर दी है। अब दोनों आरोपियों के खिलाफ और भी धाराएं लगाई जाएंगी। व्यापमं परीक्षा शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि बीते सप्ताह एसटीएफ ने कॉपियां जब्त करने की कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि इन परीक्षार्थियों को त्रिवेदी और उनके सहयोगियों ने सीधे पास घोषित कर दिया था। इसके लिए प्रत्येक परीक्षार्थी से 2 से 5 लाख रुपए की रिश्वत ली गई थी।
सूत्रों ने बताया कि संविदा शिक्षक परीक्षा में जिन उम्मीदवारों को रुपए लेकर सीधे पास घोषित किया गया है, उन्होंने नितिन महेंद्रा के मार्फत परीक्षा नियंत्रक त्रिवेदी को तय राशि पहुंचाई थी। पीएमटी की तरह संविदा शिक्षक परीक्षा में गड़बड़ी सामने आने के बाद एसटीएफ ने व्यापमं परीक्षा शाखा के कर्मचारियों के बयान दर्ज करने की तैयारी कर ली है। सूत्रों के मुताबिक दो से पांच दिन के भीतर एसटीएफ व्यापमं कर्मचारियों से परीक्षा में हुई गड़बड़ी के बारे में पूछताछ करेगी। उल्लेखनीय है व्यापमं ने संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011, बीते साल जनवरी-फरवरी 2012 में ली थी।