भोपाल। बिना बैंड बाजा, बारात के सिर्फ 20 मिनट में बेहद सादगी के साथ 700 जोड़ों का निकाह हो गया। इन जोड़ों की खुशहाल जिंदगी के लिए 10 लाख लोगों ने दुआएं कीं। र्इंटखेड़ी स्थित इज्तिमागाह में तीन दिन आलमी तब्लीगी इज्तिमा के दौरान रविवार को इज्तिमाई शादियां हुइं।
देशभर से आए 700 दूल्हों का निकाह दिल्ली मकरज के मौलाना जुबैर साहब ने पढ़वाया। इससे पहले इन दूल्हों को 30-30 की टोलियों में अलग बैठाया गया। इनकी कागजी खानापूर्ति व निकाह के अरकान समझाने के लिए 14 निकाहख्वाह (काजी) पाबंद किए गए थे। मौलाना जुबैर साहब ने निकाह के पहले खुतबा पढ़ा और निकाह पूरा होने पर दुआ की।
इज्तिमाई निकाह का मकसद
पैगमंबर हजरत मोहम्मद ने शादियों को सादगी और कम खर्च से करने का संदेश दिया है। उनकी इसी सुन्नत का निर्वाह करते हुए इज्तिमा के दौरान निकाह की परंपरा डाली गई। इसके पीछे उन लोगों की परेशानियों को भी मद्देनजर रखा गया है, जो खर्चीली शादियां करने की हैसियत नहीं रखते। साथ ही माल-ओ-असबाब रखने वालों की इन शादियों में शिरकत का मकसद यह होता है कि शादीशुदा जोड़ों को उलेमाओं की दुआ और लाखों लोगों द्वारा कहे गए आमीन का हिस्सा मिल सके।
अल्लाहो अकबर की गूंज
लाखों लोगों की मौजूदगी वाले इज्तिमागाह में जिस वक्त लोग नमाज के लिए खड़े होते हैं, सन्नाटा फैल जाता है। फिजाओं में कुछ गूंजता है तो सिर्फ अल्लाहो अकबर की सदा। इस बीच यहां लगे बाजारों में सन्नाटा हो जाता है, जो जहां मौजूद होता है वहीं नमाज के लिए खड़ा हो जाता है।
ताजुल मसाजिद में लगा बाजार
ताजुल मसाजिद स्थित गरीब नवाज मार्केट में इज्तिमा बाजार की शुरूआत हो गई है। गर्म कपड़ों के लिए मशहूर इस बाजार में रविवार को खासी भीड़ रही।