भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की पीएमटी में मोटी रकम लेकर विद्यार्थियों को पास करने का कारोबार वर्ष 1995 से चल रहा था।
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की जांच में परीक्षार्थियों से मोटी रकम लेकर पास कराने वाले गिरोह का संचालन ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज से होने की बात सामने आई है। एसटीएफ को 18 साल में रुपए देकर 244 परीक्षार्थियों द्वारा पीएमटी पास करने की जानकारी मिली है। इसके चलते अब एसटीएफ ने पीएमटी में गड़बड़ी मामले की जांच का दायरा भी बढ़ा दिया है।
सूत्रों के अनुसार पीएमटी में गड़बड़ी करने वाले गिरोह का सरगना गजराराजा मेडिकल कॉलेज का एक छात्र नेता रहा है। जो व्यापमं अधिकारियों से सांठगांठ कर डॉक्टर बनने की मंशा रखने वाले कमजोर विद्यार्थियों को पीएमटी पास कराता था। इसके लिए परीक्षार्थियों से 10 से 15 लाख रुपए तक लिए जाते थे। इसके अलावा एसटीएफ को पीएमटी की तर्ज पर प्रीपीजी 2012 भी गलत तरीके से पास करने के सबूत मिले हैं। प्रीपीजी 2012 की पूरी मेरिट लिस्ट को एसटीएफ ने जांच के दायरे में ले लिया है। प्रीपीजी 2012 की टॉप टेन में जगह बनाने वाले 6 डॉक्टरों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि अन्य को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
बचे मेरिट होल्डर से भी पूछताछ
प्री-पीजी की पूरी मेरिट सूची संदेह के घेरे मे आने के बाद एसटीएफ ने बचे हुए मेरिट होल्डरों से भी पूछताछ की तैयारी कर ली है। एसटीएफ ने मेरिट में स्थान बनाने वाले आशीष आनंद गुप्ता, नेहा शिवहरे व प्रखर सिंहल के अलावा कुछ और लोगों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। एसटीएफ को प्रीपीजी 2005 से 2011 के बीच 15 डॉक्टरों के द्वारा गलत तरीके से विशेषज्ञ डॉक्टर भर्ती प्रवेश परीक्षा में गड़बड़ी किए जाने की जानकारी मिली है। इस पर पुलिस से मामले की जांच का दायरा बढ़ा दिया है।
संदिग्धों में आईपीएस की बेटी भी
सूत्रों के अनुसार वर्ष 2012 की प्रीपीजी परीक्षा में गलत तरीके से उत्तीर्ण होने वालों में एक आईपीएस अधिकारी की बेटी व दामाद का भी नाम भी शामिल है।
तीन डॉक्टर सस्पेंड : इंदौर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (एमजीएम) प्रशासन ने मंगलवार को एमपी प्रीपीजी 2012 में गलत तरीके से प्रवेश लेने के आरोपी समीर मंडलोई, सनी जुनेजा और अनुराग जैन को कॉलेज से निलंबित कर दिया है।
वहीं, गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) प्रशासन ने एमपी प्रीपीजी 2012 में गलत तरीके से प्रवेश लेने के आरोप में गिरफ्तार एमडी रेडियोलॉजी के पीजी स्टूडेंट डॉ. राघवेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित करने के लिए एसटीएफ से रिपोर्ट मांगी है। जीएमसी बुधवार को आरोपी स्टूडेंट को निलंबित करेगी। उधर, संचालक चिकित्सा शिक्षा ने प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों से एमपी प्रीपीजी 2012 में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए पीजी स्टूडेंट्स के खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है।