भोपाल। बिना एमआरपी (अधिकतम खुदरा मूल्य) के राजधानी में आटो पार्टस का कारोबार चल रहा है। इसके साथ ही आज भी आदिमयुगीन पत्थरों के बांटों का इस्तेमाल करके सब्जी-भाजी और फल तौले जा रहे हैं। यह चौंकानेवाला खुलासा गुरुवार को नाप तौल महकमे की टीम की छापामारी में हुआ है।
नापतौल निरीक्षक दीननाथ शाह और डीके जैन ने सबसे पहले दवा बाजार स्थित एजेंसी पर छापा मारा। यहां पर वैसे तो सब ठीकठाक मिला, लेकिन काउंटर एक तौलकांटा मिला। यह कांटा असत्यापित था। इस पर कांटे को जब्त करके प्रकरण बनाया गया। इसके बाद टीम ने हमीदिया रोड स्थित ऋषि प्लाजा की दुकान शिवम टेडर्स पर छापा मारा। यहां पर पैकेट बंद मोटर स्टार्टर मिला, जिसमें एमआरपी, कस्टमर केयर का नंबर और अन्य आवश्यक जानकारियां प्रिंट नहीं थी। इ
सी तरह बैरसिया रोड स्थित सांवली इंटरप्राइजेज में आटो रिंग का पैकेट मिला, जिस पर एमआरपी नहीं थी। पैकेट पर प्रोडक्ट की डिटेल नहीं थी और कंज्यूमर केयर का नंबर भी नहीं था। इस पर पैकेटों को जब्त करके प्रकरण बनाए गए। इसके बाद टीम ने भोपाल टॉकीज चौराहे से लेकर सिंधी कालोनी चौराहे तक फल, सब्जी बेचने वाले हाथ ठेलों की औचक चेकिंग की। इस दौरान दर्जनभर हाथठेलों पर पत्थर के बांट मिले, वह भी वास्तविक वजन से काफी कम थे। इस पर सभी दुकानदारों के खिलाफ प्रकरण बनाए गए।