भोपाल. मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अब छठवें गिरोह का खुलासा हुआ है। आरोपियों ने एक महिला से उसके भतीजे को पेमेंट सीट (मैनेजमेंट कोटा) पर एलएन मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर 16 लाख रुपए ठग लिए। फर्जीवाड़े का खुलासा उस वक्त हुआ, जब आरोपियों की ओर से दिया गया एडमिशन लेटर लेकर महिला कॉलेज पहुंची।
साकेत कॉलोनी, नैनीताल निवासी कमला पांडे को अपने भतीजे गौरव का एडमिशन एमबीबीएस में करवाना था। इसके लिए उन्होंने इंटरनेट पर सर्च कर करन नेगी नाम के व्यक्ति से मोबाइल फोन पर बात की। आरोपी ने पूरे दस्तावेज ई-मेल के जरिए मंगाए। दस्तावेज देखने के बाद उसने फोन पर बताया कि 16 लाख रुपए देने पर एडमिशन हो जाएगा, लेकिन 31 जुलाई से पहले आना पड़ेगा। भोपाल पहुंचने पर कमला की मुलाकात कौशल किशोर नाम के व्यक्ति से हुई, जिसे मालवीय नगर स्थित कैफे कॉफी डे में उन्होंने पूरी रकम अदा की। इस दौरान आरोपी उन्हें ऋषिराज डेंटल कॉलेज के हॉस्टल लेकर आया, जहां वे डॉ. एके रघुवंशी नाम के व्यक्ति से मिले, उसने महिला को एलएन मेडिकल कॉलेज का एडमिशन लेटर दिया। लेटर लेकर वह कॉलेज पहुंची तो पता चला कि वह फर्जी है।
इसके बाद महिला ने जब आरोपियों के मोबाइल फोन पर कॉल किया तो वे बंद मिले। कमला की शिकायत पर जहांगीराबाद पुलिस ने कौशल किशोर, करन नेगी और डॉ. एके रघुवंशी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले कोलार पुलिस मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन का झांसा देकर ठगी करने वाले तीन अलग-अलग गिरोह, जबकि हबीबगंज और निशातपुरा पुलिस ऐसे ही मामलों में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है।
हबीबगंज पुलिस की गिरफ्त में है डॉ. रघुवंशी : कमला को अखबारों के जरिए डॉ. रघुवंशी उर्फ जीतू सेंगर के हबीबगंज पुलिस की गिरफ्त में होने का पता चला तो उन्होंने थाने पहुंचकर उसकी पहचान की। आरोपियों में शामिल करन गुवाहाटी का रहने वाला है, जीतू रीवा निवासी है, जबकि कौशल किशोर सासाराम बिहार से ताल्लुक रखता है।
तीन थानों के चक्कर लगवाए
कमला ने बताया कि फर्जीवाड़े का पता चलने पर उन्होंने इसकी शिकायत गांधीनगर थाने में की। पुलिस ने रुपयों का लेन-देन मालवीय नगर में होने का कहकर टीटी नगर थाने भेज दिया। यहां से उन्हें जहांगीराबाद थाने जाने को कहा गया। महिला ने जहांगीराबाद थाने पहुंचकर अपने बयान भी दर्ज करवाए। पुलिस महीने भर पहले हुई शिकायत पर शनिवार को कौशल किशोर, करन नेगी व डॉ. एके रघुवंशी के खिलाफ मामला दर्ज किया।