भोपाल। मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह काफी बेचैन हैं। विरोध के बावजूद सिंधिया पॉवरफुल हो गए, पीसीसी कांड पर भी मुंह की खानी पड़ी, भूरिया के बेटे को भी टिकिट नहीं दिला पा रहे और हाईकमान भी कुछ सुनने को तैयार नहीं है।
सिंधिया दिग्विजय सिंह की लिस्ट से नाम कटवाने में तेजी से एक्टिव हो गए हैं, लेकिन समस्या यह है कि सिंधिया को लेकर हाईकमान सकारात्मक नजर आ रहा है।
पीसीसी कांड पर दिग्गी को दोष
पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस की एक प्रेस कांफ्रेंस में सिंधिया शामिल थे, जबकि दिग्विजय सिंह को दरवाजे पर ही रोक दिया गया। दिग्गी समर्थकों ने इस मामले में जमकर घी डाला, पूर्व मुख्यमंत्री के अपमान को मुद्दा बनाया गया लेकिन हाईकमान सिंह को ही दोषी मान रहा है। उस कार्यक्रम में मौजूद एक शीर्ष नेता ने कहा कि दिग्विजय जानबूझकर आम दरवाजे से आए, जो कि हॉल भरने के बाद बंद कर दिया गया था। उन्हें पिछले दरवाजे से आने के लिए कहा गया था।
भूरिया पुत्र का टिकिट खतरे में
दिग्विजय के करीबी प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के बेटे को भी टिकट देने को लेकर सिंधिया ने विरोध जता दिया है।