राहुल जैन। आज खामोशी है मन में, जिनकी वेतन बढ़ी वो बहुत खुश होंगे, कुछ के साथ अन्याय हुआ जैसे DEO/NRC staff/ SNCU staff/ अन्य सभी प्रोग्राम के कर्मचारी और जो भी छूटे हों वो इसमें अपने को शामिल मान लें।
मैं ज्यादा कुछ नहीं कर पाया आपके लिए, कुछ लोगों की गद्दारी के कारण मुझे अफसोस है, मैं दिल से क्षमाप्रार्थी हूं। एक बात और जिस सरकार ने आपकी चिंता नहीं की, उसे चिता भी नसीब ना हो ये प्रण करो। मेन टू मेन वर्क करो, हर विभाग के संविदा कर्मचारी, आशा और दैनिक वेतन भोगियों को जगाओ। अपने नजदीकी रिश्तेदारों से लगातार संपर्क करो। आशा से कहो कि 7 सालों से जिन गांववालों की मरते दम तक सेवा की अब सेवा का मोल लेने का वक्त है। हर व्यक्ति यह प्रण करे कि 10 वोट वो इस संविदा विरोधी सरकार के खिलाफ देगा, चाहे जिस भी दल को दे।
240000 संविदा और 66000 आशा 306000x10vote =3060000 ये वोट एमपी में सरकार के खिलाफ गिरेंगे तो हमारी शक्तिपात चलेगी इस काम में किसी से कोई राशि खर्च नहीं होगी। सिर्फ कुछ समय आपकी तकदीर बदल देगा। जो भी पार्टी घोषणा पत्र में नियमितिकरण का मुद्दा लाएगी वो ही राज करेगी। सत्तारूढ़ दल को छोड़कर क्योंकि सिर्फ घोषणा होती है अमल नही।
तो हो जाओ तैयार अपने मतदान की शक्ति का सदुपयोग आपके भविष्य के लिए करने को।
जय हिन्द
जय संविदा शक्ति
राहुल जैन
