भोपाल। नवम्बर में आ रहे चुनाव और चुनाव आयोग की कसावट को ध्यान में रखते हुए मुद्रा माफिया ने नकली नोटों का जखीरा अभी से मध्यप्रदेश में उतार दिया है। इन नकली नोटों का सर्वाधिक उपयोग असली वोटों को खरीदने में किया जाने वाला है। 2008 में भी यह कारोबार धड़ल्ले से चला था।
भोपालसमाचार.कॉम के पास उपलब्ध गोपनीय सूचनाओं के अनुसार इस चुनाव में जाली नोटों को बड़े पैमाने पर खपाने की प्लालिंग की जा रही है। चुनाव और त्यौहारी सीजन नकली नोट का काला धंधा करने वालों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इस दौरान एक तरफ जहां आम आदमी शॉपिंग में व्यस्त होता है वहीं चुनाव के दौरान सभी पार्टियों के प्रत्याशी भी बड़ी रकम खर्च करते हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी इस मामले में मध्यप्रदेश को अलर्ट किया है।
इस बार दिवाली और चुनाव की तारीखों में ज्यादा अंतर भी नहीं है। मिली खुफिया जानकारी के अनुसार नकली नोट छापने वाले 'मुद्रा माफिया' इस सीजन का पूरा फायदा उठाने की फ़िराक में हैं। पुलिस का अंदेशा है कि वे इस दौरान ज्यादा से ज्यादा जाली नोट खपाने की कोशिश करेंगे।
आपको बताते चलें कि निर्वाचन आयोग ने पिछले दिनों पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा की। इनमें दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ और मिजोरम शामिल हैं। इन पांचों राज्यों में आचार संहिता लागू है और त्यौहार के साथ साथ चुनावों की तैयारियां जोरों पर चल रहीं हैं।