भोपाल। राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल ने सभी जिले के जिला शिक्षाअधिकारी से रिक्त पोस्ट की जानकारी मांगी गई है,जो 15 अक्टूबर तक भेजनी है किन्तु जिला शिक्षा केंद्र में स्थापना लिपिक अपनी मनमानी के चलते संकुल प्राचार्य के दिये गये रिक्त पदों को कम या अधिक कर देते है।
स्थापना लिपिक प्रिंसिपल द्वारा दी गई जानकारी में खुद ही आंकड़ो में हेर फेर कर देते है जैसे वाणिज्य के 02 पद है तो लिपिक कहता है की क्या करोगे दो शिक्षक उसमे से एक पद भोतिक या कला में लिख देते है और ओ सी में भी खुद ही सुधार देते है जिससे सरकार के पास सही जानकारी नहीं पहुच पाती सही रिक्त पोस्ट की जानकारी लेने के लिए राज्यशिक्षा केन्द्र को संकुल प्राचार्य से ऑनलाइन जानकारी मांगी जानी चाहिये और यदि जानकारी में कोई गलती पाई जाती है तो सीधे अनुशाश्नात्मक कार्यवाही की जानी चाहिये क्योकि इससे बेरोजगारों का भविष्य अंधकार में जा रहा है।
दूसरी ओर देखा जाये तो राज्य शिक्षा केंद्र के पास वर्तमान में सृजित किये गये पदों की जानकारी थी क्योकि इन पदों पर जुलाई माह में ही वित्त विभाग से स्वीकृति मिली है फिर भी सरकार इन पदो को कन्फोर्म करना चाहती जिसमे वर्ग o1 के लगभग 7500 एवं वर्ग 03 के 1500 पोस्ट स्वीकृत हुई थी, राज्य सरकार की मनसा यदि पदों को भरने की होती तो वेटिंग लिस्ट में इन पदों को जोड़ दिया जाता किन्तु वोट की राजनीति के कारण इन पदों को प्रतीक्षा सूची में नहीं जोड़ा गया अब इन पदों को जोड़कर प्रतीक्षा सूचि में शायद जोड़ा जाये, और नगरीय निकाय के पदों को वाटिंग लिस्ट से भरा जाये।
राज्य शिक्षा केन्द के अधिकारियो से अनुरोध है की जो भी कर्मचारी इस कार्य में लापरवाही करता है उनके लिए अनुशाश्नात्मक कार्यवाही की जाये।
कैलाश विश्वकर्मा
छिंदवाडा