भोपाल। मप्र में जो नेता भाजपा संगठन के खेवनहार है, जिन्होंने संगठन के लिए खुद को समर्पित करने की कसमें खाईं हैं, वे भी अब सत्ता के गलियारे में आने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं।
प्रदेश कार्यसमिति, मोर्चों और प्रकोष्ठों के करीब तीन दर्जन पदाधिकारी ऐसे हैं, जो इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए अपनी प्रबल दावेदारी जता रहे हैं। इसमें से कई पदाधिकारी तो ऐसे हैं जो अपने क्षेत्र में टिकट मिलने से पहले ही सक्रिय हो गए हैं। विधानसभा चुनाव की टिकट के लिए भाजपा में मारामारी मची है। मौजूदा विधायकों को लेकर जगह-जगह विरोध सामने आ रहा है। मौजूदा विधायकों की दावेदारी बदलने की लगातार मांग उठ रही है।
भाजपा की हेट्रिक की आहट के बीच पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति, मोर्चा और प्रकोष्ठों के अध्यक्ष, महामंत्री और अन्य पदाधिकारियों ने इस बार चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इन लोगों ने अपनी दावेदारी को मजबूत करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। कोई भोपाल में लॉबिंग कर है तो कोई दिल्ली में अपने आका के बंगलों के चक्कर लगा रहे हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार करीब तीन दर्जन पदाधिकारियों ने अपनी दावेदारी जताई है।
इनमें से कई लोगों के नाम तो रायशुमारी में भेजे गए हैं। हालांकि इन पदाधिकारी में कुछ नेता पहले से विधायक हैं। ऐसे में उनकी दावेदारी स्वाभाविक है।