भोपाल। दतिया जिले के रतनगढ़ मंदिर में भगदड़ से हुए हादसे में 90 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष नेताओं को चुनाव आयोग ने साफ कह दिया कि उनके जाने पर पाबंदी नहीं हैं लेकिन नेता नहीं आम आदमी बनकर जाएं।
किसी तरह की घोषणा नहीं करें और न ही ऐसा कोई काम करें जो आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता हो। सूत्रों के अनुसार हादसे की खबर मिलने के बाद ही कई सत्तापक्ष और विपक्ष के कई नेता रतनगढ़ जाना चाहते थे लेकिन आचार संहिता की बेड़ियों ने उन्हें बांधे रखा। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को राहतगढ़ जा सकते हैं।
रविवार को उनके सचिवालय अधिकारियों ने आयोग के अधिकारियों से इसकी अनुमति मांगी थी। आयोग ने कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्री या अन्य भी नेता घटनास्थल पर जा सकते हैं लेकिन उन्हें आम आदमी बनकर जाना होगा। राहतगढ़ धार्मिक स्थल है, इसलिए यहां न कोई सभा होगी, न मंच बनेगा और न ही मंच पर नेता बैठेंगे। बेहद साधारण तरीके से लोगों से मिलना होगा।
सिंधिया ने भी मांगी अनुमति
सूत्रों के अनुसार केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी रतनगढ़ जाने के लिए आयोग से अनुमति मांगी है। आयोग ने उनके स्टाफ अधिकारियों को भी यही हिदायत दी। बताया जाता है कि सिंधिया भी सोमवार को रतनगढ़ पहुंचेंगे।