भोपाल। मध्यप्रदेश के 40 प्रतिशत हिस्से में गंगा के समान पूज्य नदी माता नर्मदा के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। सनद रहे कि यह मामला भोपालसमाचार.कॉम द्वारा प्रमुखता से उठाया गया जबकि मध्यप्रदेश की दिग्गज मीडिया ने इस संदर्भ में चार लाइने तक नहीं लिखीं थीं।
पिछले दिनों रायसेन में अपनी शानदार सभा के दौरान उत्साहित ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराज सिंह पर हमला बोलते हुए नर्मदा नदी में हो रहे अवैध उत्खनन का मामला उठाया परंतु इस दौरान उन्होंने कह डाला कि 'नर्मदा का बलात्कार हो रहा है'।
हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार नर्मदा नदी चिरकुंवारी नदियों में से एक हैं एवं मध्यप्रदेश के 40 प्रतिशत भाग में प्रात: स्मरणीय हैं। कहा जाता है कि इनके स्मरण मात्र से ही सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है। ऐसी चिरकुंवारी एवं पूज्यनीय नदी के लिए 'बलात्कार' शब्द का प्रयोग ही इस विवाद का कारण बन गया।
सनद रहे कि इस मामले को सबसे पहले आईबीएन 7 ने उठाया, परंतु कुछ ही देर बार उसने वह वीडियो अपनी बेवसाइट से हटा दिया जिसमें सिंधिया का आपत्तिजनक बयान था। मध्यप्रदेश के मीडिया संस्थानों ने इस मुद्दे से दूर रहना ही बेहतर समझा परंतु भोपालसमाचार.कॉम ने इस मामले को भी समान प्रमुखता के साथ उठाया। इसके अलावा अंग्रेजी अखबार टाइम्स आफ इंडिया ने इस मामले को हवा दी।
आज शाम होते होते भाजपा के विधायक विश्वास सारंग सहित कई नेताओं ने एमपी नगर पुलिस स्टेशन में एक आवेदन देकर सिंधिया के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। अब देखना यह है कि सिंधिया की ओर से इस संदर्भ में क्षमायाचना कितने समय बाद आती है।
इस संदर्भ में भोपालसमाचार.कॉम में प्रकाशित पहली खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।