भोपाल। 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए इंजीनियर की शिकायत ठेकेदार ने सबसे पहले माशिमं की सचिव को की थी परंतु इंजीनियर को इस शिकायत से डर नहीं लगा, उल्टा धमकाने लगा। शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दरअसल रिश्वत न देने के कारण माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारी भुगतान के लिए महीनों से भटका रहे थे, जिससे परेशान होकर उसने सचिव से शिकायत की थी। बिल के भुगतान के लिए परेशान ठेकेदार रविकांत से 15 फीसद कमीशन माशिमं के सिविल इंजीनियर मनीष गुप्ता ने मांगा था। इस तरह साढे 9 लाख के भुगतान का बिल स्वीकृत करने के एवज में 1 लाख 30 हजार रुपए मांगे थे। ठेकेदार रविकांत इतनी रकम देने की स्थिति में नहीं था परंतु जब विभागीय शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, उल्टा अधिकारी धमकी देने लगे तो उसे मजबूरन लोकायुक्त में जाना पड़ा।
रणनीति के अनुसार 50 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। इस रकम की पहली किस्त 20 हजार की रिश्वत लेते इंजीनियर को गिरμतार कर लिया गया। लोकायुक्त डीएसपी जयराम सिंह रघुवंशी के अनुसार ओल्ड सुभाष नगर निवासी रविकांत गुप्ता लोकनिर्माण विभाग में ठेकेदारी करता है, जिसने रविशंकर नगर स्थित बोर्ड आॅफिस कॉलोनी में दीवार निर्माण और अन्य मरम्मत कार्य का साढे 9 लाख का ठेका लिया था।
ठेकेदार ने सिविल इंजीनियर द्वारा मोबाइल पर रिश्वत को लेकर की गई बातचीत की रिकार्डिंग सबूत के तौर पर देते हुए लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की। तय योजना के तहत गुरुवार दोपहर ठेकेदार 20 हजार रुपए लेकर माशिमं कार्यालय सिविल इंजीनियर के कमरे में पहुंचा। रिश्वत देकर बाहर निकले ठेकेदार का इशारा मिलते ही बोर्ड लोकायुक्त टीम ने इंजीनियर को रंगे हाथ पकड़ लिया।