भारत चीन सम्बन्ध कुछ सोंचें

राकेश दुबे@प्रतिदिन। किसी भी रिश्ते की बुनियाद भरोसा होती है | रिश्ता दो व्यक्तियों का हो तो और दो देशों का हो तब भी | भारत ने हमेशा इस मोर्चे पर घटा ही उठाया है | चाहे रिश्ते पाकिस्तान, बंगलादेश लंका या चीन रहा हो भारत ने हमेशा एक तरफा सद्भावना बरत कर धोखा ही खाया है |

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपनी यात्रा को भले ही सफल बता रहे हो, सफलता-असफलता का पता थोड़े दिनों बाद लगेगा | चीन के नेता तो हमेशा भारत के साथ मीठे रिश्तों कीबात करते रहे हैं, इसके विपरीत चीन की सेना ने हमेशा हिंदी-चीनी पहले दुश्मन की बात प्रमाणित की है |

कुछ और नीतियों पर भी भारत और चीन के बीच हमेशा रिश्ते तनाव पूर्ण रहे हैं| जैसे सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता के मसले पर चीन का रुख हमेशा संदेहास्पद रहा है | विशिष्ट परमाणु क्लबों जैसे न्यूक्लियर प्रदाय ग्रुप में भारत की सदस्यता का वह विरोध ही कर रहा है | विश्वास करिये पर सोच समझकर |


  • लेखक श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
  • संपर्क  9425022703
  • rakeshdubeyrsa@gmail.com

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