भोपाल। मप्र वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष इस बार भाजपा समर्थित व्यक्ति के चुने जाने की उम्मीद है। इसकी वजह, बोर्ड अध्यक्ष का चयन करने वाले बोर्ड संचालक सदस्यों की संख्या 13 से घटाकर 7 किया जाना है। इनमें भी तीन सदस्य राज्य शासन द्वारा मनोनीत होंगे।
वहीं, भाजपा सांसद नजमा हेपतुल्ला व कांग्रेस विधायक आरिफ अकील का संचालक मंडल सदस्य चुना जाना तय है। इसकी वजह मप्र से वर्तमान में मुस्लिम वर्ग से एक सांसद श्रीमती हेपतुल्ला व एकमात्र विधायक श्री अकील का होना है।
इसी तरह सात में से चार वोट भाजपा समर्थित उम्मीदवार के पक्ष में जाने की संभावना हैं। बोर्ड के पिछले चुनाव में कांग्रेस नेता गुफरान आजम अध्यक्ष चुने गए थे।
सात सदस्यीय मप्र वक्फ बोर्ड के गठन के लिए 7 अक्टूबर को चार प्रतिनिधियों का चयन चुनाव के जरिए होगा, जबकि ३ का मनोनयन रा\'य सरकार करेगी। इसमें एक किसी मुस्लिम संस्था का वरिष्ठ सदस्य ((शिक्षाविद्)), एक धार्मिक विद्वान और एक उप सचिव स्तर का सरकारी अधिकारी रहेगा। बार कौंसिल का एक सदस्य भी वक्फ बोर्ड में संचालक मंडल सदस्य के रूप में शामिल होगा।
सात अक्टूबर को एक मुतवल्ली व एक बार कौंसिल सदस्य को चुनने के लिए चुनाव होगा। बार कौंसिल की ओर से बोर्ड चुनाव अधिकारी यूके सुबुद्धि को अधिवक्ता खालिद नूर जबलपुर व अधिवक्ता जफर अहमद इंदौर के नाम मिले हैं। इनमें से किसी एक का चयन किया जाएगा, जबकि एक मुतवल्ली सदस्य चुनने के लिए 114 मुतवल्ली मतदान करेंगे।