भोपाल। नाबालिग छात्रा के यौनशोषण के मामले में फंसे आसाराम का जादू अभी भी कुछ लोगों के सिर से उतरा नहीं है। एक उच्चशिक्षित एनआरआई कम्प्यूटर इंजीनियर डेढ़ साल से अपनी बीवी के पास नहीं जाता, क्योंकि उसने आसाराम से ब्रह्मचर्य की दीक्षा ली है।
महिला थाने की काउंसलर रीता तुली के मुताबिक बैरागढ़ निवासी बबीता (परिवर्तित नाम) की शादी डेढ़ साल पहले सऊदी अरब में रहने वाले मनोज (परिवर्तित नाम) से हुई थी। दोनों कंप्यूटर इंजीनियर हैं। यह एक अरेंज्ड मैरेज था। बबीता का कहना है कि मनोज शादी के पहले दिन से अजीब व्यवहार कर रहा है। हमेशा दूर-दूर रहता है। आसाराम की फोटो के सामने ज्यादा वक्त बिताता है।
दांपत्य जीवन की बात आते ही मनोज ने उसे आसाराम की फोटो के सामने खड़ा कर दिया। कहा कि ‘ये हमारे भगवान हैं। तुम भी इनका स्मरण करो। मोक्ष मिलेगा। हम साथ में बैकुंठ जाएंगे।’ बबीता ने सास-ससुर से बात की तो उन्होंने बताया कि मनोज ने आसाराम से दीक्षा ली है। वे ब्रह्मचर्य का पालन कर रहे हैं। मनोज का कहना है कि वह दीक्षा नियम नहीं तोड़ सकता।
काउंसलर का कहना है कि मनोज की काउंसलिंग की गई है। दोनों परिवारों के बुजुर्गों की समझाइश का कुछ असर हुआ है। मनोज ने बबीता के साथ दांपत्य जीवन शुरू करने लिए वक्त मांगा है। अगले माह दोनों की फिर काउंसलिंग होगी।