ग्वालियर। बिजली कम्पनी के सिटी सेंटर जोन पर पदस्थ सहायक यंत्री अभिजीत श्रीवास्तव द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के दबाब में आत्म हत्या किये जाने का मामला गर्माता जा रहा है। घटना से क्षुब्ध बिजली कम्पनी के लगभग एक सैकड़ा सहायक व कनिष्ठ यंत्री बिजली कम्पनी के सी.एम.डी. नीतेश व्यास से मिले तथा उन्हें इस मामले से अवगत कराते हुए दोषी संबंधित अधिकारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने एवं कार्यवाही करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
बिजली कम्पनी के सहायक व कनिष्ठ यंत्री महाप्रबंधक शहर करंट चार्ज के प्रताड़ना और तानाशाही के रवैये से भारी परेशाने हैं। इन अधिकारियों की शिकायत है कि उनके वरिष्ठों द्वारा अनैतिक रूप से दबाव में काम कराया जाता है और इतना सब कुद करने के बावजूद उनका वेतन काटा जाता है। इस मामले को लेकर कुछ माह पूर्व यह सभी अधिकारी बिजली कंपनी की तत्कालीन मुख्य महाप्रबंधक स्वाती सिंह व कलेक्टर पी नरहरि से मिलकर अपनी समस्या बता चुके थे, लेकिन ऊँची पहुंच के चलते वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो पाई। सहायक यंत्री को दबाव में आत्म हत्या जैसा कदम उठाना पड़ा।
सी.एम.डी. नीतेश व्यास ने सी.जी.एम., एच.आर. केदार सिंह को नियुक्त किया है। अहम बात यह है कि इतना सब कुछ होने के बावजूद कर्मचारियों का वेतन कट रहा है। फूलबाग जोन पर पदस्थ सहायक यंत्री अविनाश शाक्य का 9 अक्टूबर 2013 का वेतन काट दिया गया। दिन रात काम करने के बाद वेतन कटने पर आक्रोषित एवं साथी अधिकारी की मौत से स्तब्ध कंपनी के अधिकारी किसी भी समय आंदोलन पर उतर सकते हैं।