रतनगढ़ मंदिर के पुल पर भगदढ़, 89 की मौत, 100 से ज्यादा घायल, पुलिस पर पथराव

भोपाल। मध्य प्रदेश के दतिया जिले में रतनगढ़ माता मंदिर दर्शन करने जा रहे श्रद्घालुओं की भीड़ में मची भगदड़ में मृतकों की संख्या बढ़कर 89 हो गई है और लगभग 100 अन्य घायल हैं। मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि भगदड़ के दौरान नदी में कूदे कई सारे लोग अभी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। यह जानकारी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।

भगदड़ की घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें दो अधिकारियों सहित 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। मप्र सरकार के मुख्य सचिव एंटनी डीसा ने दतिया पहुंचने पर पत्रकारों को बताया कि फिलहाल 89 शव प्राप्त हुए हैं, और लगभग 100 व्यक्ति घायल हैं। उन्होंने कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

इसके पहले चंबल परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) डीके आर्य ने 60 व्यक्तियों के मारे जाने की जानकारी दी थी। नवरात्रि के अंतिम दिन रविवार को बड़ी संख्या में श्रद्घालु रतनगढ़ माता मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे। मंदिर से पहले पड़ने वाले सिंध नदी के पुल पर भारी भीड़ थी। पुल संकरा है और उस पर मौजूद भीड़ बेकाबू हुई तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। इससे भगदड़ मच गई। श्रद्घालुओं ने एक-दूसरे को कुचलते हुए भागने की कोशिश की। इस दौरान कई लोग जान बचाने के लिए नदी में कूद गए।

दतिया के विधायक और सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि भगदड़ मचने की वजह पुलिस लाठीचार्ज नहीं, बल्कि पुल टूटने की अफवाह रही है। वास्तविकता की जानकारी लेने वह खुद रतनगढ़ पहुंच रहे हैं।

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और निर्वाचन आयोग की अनुमति से मृतकों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। राज्यपाल रामनरेश यादव ने भी हादसे पर दुख व्यक्त किया है।

उल्लेखनीय है कि रतनगढ़ में हर वर्ष नवरात्र के मौके पर, खासतौर से नवमी के दिन हजारों की संख्या में श्रद्घालु दर्शन करने पहुंचते हैं। रविवार को भी लगभग दो-ढ़ाई लाख लोग मंदिर जा रहे थे। मंदिर पहुंचने के लिए सिंध नदी पर बने पुलिस से गुजरना होता है। यह पुल संकरा है। रविवार को अधिकांश श्रद्घालु ट्रैक्टर व अन्य वाहनों से मंदिर पहुंच रहे थे। पुल पर वाहनों का जाम लग गया और पुलिस ने बल प्रयोग किया जिससे भगदड़ मच गई और कई लोग नदी में कूद गए।

नदी में कूदे श्रद्घालुओं की तलाश की जा रही है, वहीं घायलों को अस्पताल ले जाने की कोशिश जारी है। बड़ी दिक्कत घायलों को ले जाने में आ रही है, क्योंकि हर तरफ वाहनों की लम्बी कतार है और जाम जैसी स्थिति बनी हुई है।

घायलों के समुचित इलाज के लिए ग्वालियर के जयारोग्य चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर को खाली करा लिया गया है और चिकित्सकों की तैनाती की गई है। इसके अलावा चिकित्सकों का दल रतनगढ़ भी भेजा गया है। राज्य के मुख्यसचिव व पुलिस महानिदेशक भी दतिया के लिए रवाना हो गए हैं। हादसे के बाद गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पथराव में दो पुलिस अधिकारियों सहित 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। घटनास्थल पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
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