भोपाल। ऑपरेशन उतरदायित्व के तहत पांचवीं और आठवीं के बच्चों के टेस्ट की समीक्षा सोमवार को पूरी हो गई। अब भोपाल जिले के सरकारी प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में पढ़ाने वाले 11000 से ज्यादा शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। पहली कड़ी में इन शिक्षकों को एक वेतन वृद्धि रोकने संबंधी नोटिस जारी किया जाएगा। इसके बाद लगातार तीन बार गलती होने पर इनकी नौकरी तक जा सकती है।
संभागीय संयुक्त संचालक पीआर तिवारी ने बताया कि जिन विषयों का रिजल्ट 33 फीसदी से कम रहेगा, उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षकों की एक वेतन वृद्धि रोकने का नोटिस जारी किया जा रहा है। इसके बाद लगातार तीन टेस्ट में ऐसे हालात बनने पर संबंधित शिक्षकों को नौकरी से बाहर करने जैसी कार्रवाई तक विभाग करेगा। हालांकि कमजोर बच्चों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाने का कार्यक्रम भी तैयार कर उनकी पढ़ाई शुरू करवाई जाएगी।
तीन दिन हुआ था टेस्ट
इस महीने की 7 से 9 तारीख तक लगातार तीन दिन तक पांचवीं और आठवीं कक्षा के बच्चों का टेस्ट लिया गया। पांचवीं के बच्चों का टेस्ट आठवीं के शिक्षकों ने लिया। वहीं, आठवीं के बच्चों को नौवीं और दसवीं के शिक्षक टेस्ट लेने पहुंचे थे। निष्पक्षता के लिए पर्चे भी राज्य शिक्षा केंद्र से बनवाकर स्कूलों को भेजे गए थे।
ग्रामीण क्षेत्र के हाल बुरे
बताया जाता है कि ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों के हालात ऑपरेशन उतरदायित्व के दौरान काफी खराब पाए जा सकते हैं। इस कारण बैरसिया, फंदा ग्रामीण के अंतर्गत आने वाले स्कूलों के शिक्षकों को ज्यादा नोटिस मिलने की संभावना है।