शैलेन्द्र पाराशर(7566984906)भोपाल। भाजपा युवा मोर्चा के युवा संकल्प सम्मेलन के दौरान सुरक्षा में तैनात एक सिपाही की दर्दनाक मौत हो गई। इधर शिवराज सिंह की शान में तालियां पिट रहीं थीं और उधर सिपाही जमीन पर पड़ा तड़प रहा था। किसी ने उसकी कोई मदद नहीं की। सब जिंदाबाद के नारे लगाते रहे और सिपाही तड़प—तड़प कर मर गया।
मृतक की पहचान कृष्ण कुमार शर्मा के रूप में हुई है जो भोपाल के शाहपुरा थाना में आरक्षक के पद पर तैनात थे। एसपी अंशुमान सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि आरक्षक की मौत लाल परेड ग्राउंड पर ड्यूटी के दौरान हुई है। मृत्यु का कारण हार्टअटैक बताया गया है।
सवाल यह है कि यह कैसी संवेदनहीनता थी कि आयोजन की सुरक्षा में तैनात सिपाही तड़पता रहा और किसी ने उसकी कोई मदद नहीं की। वो तड़पता रहा लेकिन कोई उसे तत्काल अस्पताल नहीं ले गया।
सवाल यह भी है कि घटना की सूचना तत्समय ही सीएम को क्यों नहीं दी गई और क्यों इसी सभा में उसके लिए सीएम ने चिंता जाहिर की। कहीं ऐसा तो नहीं कि तालियों में मुग्ध शिवराज सिंह चौहान आयोजन में एक क्षण भी खलल नहीं चाहते थे। कहीं ऐसा तो नहीं कि अपने संवेदनशील शिवराज सिंह चौहान अब संवेदनहीन हो गए हैं।
और सबसे गंभीर सवाल यह है कि हृदय के गंभीर रोगी की ड्यूटी लगाई किसने। क्या पुलिस विभाग में ऐसे कर्मचारियों की जान की कोई कीमत नहीं है, क्यों उन्हें आफिसों में अटैच नहीं कर दिया जाता जहां ना शोर हो और ना प्रदूषण।
सवाल और भी बहुत सारे हैं परंतु उससे कहीं ज्यादा है दुख यह है कि जिन युवाओं से समाज को बदल देने की उम्मीद की जा रही है वो एक सिपाही की मदद तक नहीं कर पाए।
धिक्कार है धिक्कार, शर्म करो शिवराज