भोपाल। कई जिलों से आए संस्कृत के विद्यार्थियों ने रविवार को बोर्ड आॅफिस चौरोह पर प्रदर्शन किया। वे मुख्यमंत्री द्वारा 22 फरवरी को घोषित संस्कृत शिक्षकों के 12 हजार पदों पर भर्ती न किए जाने को लेकर नाराज थे।
छात्रों का कहना था कि संस्कृत भाषा की अनदेखी की जा रही है और अन्य भाषाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे आने वाली पीढ़ी में संस्कृत के प्रति अरुचि पैदा हो रही है। यदि शिक्षकों के पदों पर जल्द नियुक्ति नहीं की गई, तो लाखों संस्कृत युवा व्यापक प्रदर्शन करेंगे।