भोपाल। सीबीआई के झमेले में फंसे मध्यप्रदेश के मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के रिश्तेदार और नए करोड़पति कारोबारी सुधीर शर्मा के तमाम कारोबार अब जेके सिंह संभाल रहे हैं। शर्मा एंड कंपनी ने सुधीर शर्मा की जेलयात्रा लगभग तय मान ली है, इसी के चलते सभी एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं।
सनद रहे कि पिछले दिनों सुधीर शर्मा के यहां पड़े आयकर के छापे के बाद से ही वो लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं एवं शिवराज सिंह व लक्ष्मीकांत शर्मा के विरोधी नेता सुधीर शर्मा को टारगेट कर सरकार पर हमला करने का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं।
पिछले दिनों सुधीर शर्मा के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर भी दर्ज कर ली और इसके बाद लगभग तय मान लिया गया कि सुधीर शर्मा किसी भी समय गिरफ्तार किए जा सकते हैं। हालांकि शर्मा एंड कंपनी सुधीर शर्मा को जेलयात्रा से बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है परंतु यह भी तय कर लिया गया है कि अब सुधीर शर्मा को पर्दे से गायब कर दिया जाएगा।
यदि वो जेल नहीं भी गए तब भी उनके नाम से अब कोई कारोबार नहीं किया जाएगा। इसी रणनीति के चलते लक्ष्मीकांत शर्मा के दूसरे विश्वासपात्र जेके सिंह को वो सारे कारोबार सौंपे जा रहे हैं जिनका संचालन सुधीर शर्मा के नाम से किया जा रहा था। पिछले दिनों जेके सिंह को सुधीर शर्मा के व्हीएनएस कॉलेज की चेयरमैनशिप भी सौंप दी गई।
कौन हैं जेके सिंह
मूलत: झांसी के रहने वाले जके सिंह के संबंध सुधीर शर्मा एवं शर्मा बंधुओं से बहुत पुराने हैं। जेके सिंह एवं कुछ अन्य लोगों के आने के बाद ही शर्मा ब्रदर्स का नाम शर्मा एंड कंपनी कहा गया। जेके सिंह शर्मा एंड कंपनी को मिलने वाले ठेकेदारी के कामों को संभाला करते थे। करीब दो साल पहले शर्मा एंड कंपनी ने भोपाल से प्रकाशित कुछ मीडिया संस्थानों के शेयर खरीदने की कोशिश की परंतु जब वो सफल नहीं हुए तो अंतत: उन्होंने एक अखबार ही खरीद लिया। भोपाल से प्रकाशित हिन्दी अखबार 'जनजन जागरण' के मालिक भी जेके सिंह ही हैं और अब सुधीर शर्मा के नाम से चलने वाले तमाम कारोबार को भी जेके सिंह के नाम से ही जाना जाएगा।