अजय सिंह। मुख्यमंत्री का झूठ यह है कि उन्होंने क्षमा मांगी पर दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कुक्षी में झूठी एफआईआर लिखवा दी। यहीं नहीं घटना के दो दिन बाद भी जिन लोगों के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह पर हमला करने, गाड़ी तोड़ने की नामजद रिपोर्ट लिखाई वे अभी तक गिरफ्त से बाहर हैं। क्या यही न्याय है शिवराज सरकर का।
हमला करने वाले भाजपाई आर.एस.एस. के लोग क्या राघवजी से ज्यादा प्रभावशाली है, या मुख्यमंत्री के इशारे पर हमला किया गया, इसलिए उन पर कार्यवाही नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री इसका जवाब दें। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश अराजकता की ओर बढ़ रहा है।
अलीराजपुर, झाबुआ के दो दिन के दौरे के बाद मैं और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह भोपाल लौट रहे थे। कुक्षी नगर में प्रवेश करते समय ही भाजपा और आरएसएस के लोग काले झंडे, डंडे लेकर खड़े थे। उन्होंने अचानक हमला कर दिया गाडि़यों पर चढ़ गये और गाडि़यों पर डंडे मारने लगे। पथराव भी हुआ जिसमें वाहन क्रमांक आर.जे. 27-4642 जो मेरा था और पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह का वाहन क्रमांक डी.एल.-13, सी.एम. 9100 का कांच भी टूट गया। यह घटना इस बात की परिचायक है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है और इसके जिम्मेदार आपकी सरकार और पार्टी के लोग हैं।
यह पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व भी उज्जैन में पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह पर हमला भाजपा और आर.एस.एस. के लोग कर चुके हैं। कानून व्यवस्था के हालात पहले से ही बदतर है, गंभीर यह है कि अब कानून व्यवस्था को ठेंगा बताने वाले आपकी ही पार्टी के लोग है। जो खुले आम गुंडा गर्दी पर उतर आये है। प्रदेश में हमेशा से स्वस्थ राजनीतिक परम्परा रही हैै। इस परम्परा को ध्वस्त करने का कलंक आप अपने माथे पर नहीं लेना चाहेंगे? ऐसा मेरा विश्वास है।
गृहमंत्री का गैर जिम्मेदार बयान इस बात की पुष्टि है कि गंभीर घटना घटित होने के बाद भी आपकी सरकार मामले को राजनीतिक चश्मे से देख रही है। भाजपा के लोग कुक्षी में एकत्रित हैं उनके हाथों में डंडे है इसकी जानकारी धार पुलिस को थी। इसके बाद भी घटना घटित हो इसका साफ मतलब है कि आपकी सरकार के इशारे पर यह घटना हुई।
यह चुनावी वर्ष है अगर समय रहते इस पर अंकुश नही लगाया तो प्रदेश में हालात बिगड सकते है। जिसकी जवाबदेही मुख्यमंत्री होने के नाते उन पर ही होगी। घटना घटित हुए कई घंटे बीत चुके है, लेकिन अभी तक जिन बीस भाजपाई और आरएसएस के लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है, वे गिरफ्तार नहीं हुए हैं। इससे स्पष्ट है कि सरकार इस पूरी घटना को गंभीरता से नहीं ले रही है।
मैं मांग करता हूं कि आप अपने पार्टी जनो, आर.एस.एस. के लोगो पर अंकुश लगाए। लोकतंत्र का गला घोटने के कुत्सिक प्रयास पर सख्ती से रोक लगाएं ओर कांग्रेस नेताओ को पूरी सुरक्षा प्रदान करें, घटना के सभी जिम्मेदार लोगों को तत्काल गिरफ्तार करें। और बदले की भावना से कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज झूठे प्रमाण वापस लें।
लेखक श्री अजय सिंह मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं एवं उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम यह पत्र दिनांक 30 अगस्त को लिखा।
