गैरतगंज।राकेश गौर। रायसेन जिलें के जनपद शिक्षा केन्द्र गैरतगंज के विभिन्न स्कूल में षिक्षा विभाग की लापरवाही एवं बीआरसीसी के सुस्त रवैए के चलते छात्र छात्राओं को बांटे जाने वाले मध्यान्ह भोजन की व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नही ले रही है।
लगातार ब्लाक के कई स्कूल में मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठते आए है। परन्तु जनपद षिक्षा केन्द्र या प्रषासन की ओर से आज तक कोई ठोस कार्रवाई देखने को नही मिली। गुरूवार को मुख्यालय स्थित एक शाला में मध्यान्ह भोजन में जहरीली इल्लिया पाई गई। जिसकी षिकायत स्कूली बच्चो सहित पालको ने स्थानीय प्रशासन से की।
रायसेन जिले के जनपद शिक्षा केन्द्र गैरतगंज के अंतर्गत आने वाली शासकीय प्राथमिक शाला दालमिल टेकापार गढी में गुरूवार को मध्यान्ह भोजन में बने दाल चावलों मे बडी बडी जहरीली इल्लिया पाई गई। भोजन में जहरीली इल्लियों की मौजूदगी का पता जब स्कूली छात्र छात्राओं का चला तो उन्होने इसकी सूचना अपने पालको को दी।
अपने बच्चो को मध्यान्ह भोजन के रूप में दूषित भोजन परोसने से गुस्साए पालको ने षिक्षकों से इस बात की शिकायत की एवं स्कूली बच्चो को साथ लेकर मध्यान्ह भोजन को थालियों में लिए तहसील प्रागंण अनुविभागीय अधिकारी से शिकायत करने पहुंचे परन्तु मुख्यालय पर सक्षम अधिकारीयों की गैरमौजूगी के चलते पालकों ने उक्त घटनाक्रम की षिकायत मुख्यालय स्थित थाने में की।
पालक अपने बच्चो के साथ बडी तादात में बीआरसी आफिस भी पहुंचे। परन्तु बीआरसीसी राकेष सोनी इस पूरे घटनाक्रम पर लीपापोती करते दिखे। तथा मीडिया के सवालों से बचते नजर आए। यद्यपि वे शाला में पहुंचे भी परन्तु वहां भी उन्होने खानापूर्ति ही की। आष्चर्य का विषय है कि मध्यान्ह भोजन की सम्पूर्ण मानीटरिंग का जिम्मा संभालने वाले बीआरसीसी राकेष सोनी एवं कार्यालय में काम करने वाला बडा अमला अपने मूल काम को ठीक ढंग से अंजाम नही दे रहा है। जिसकी परिणिति यह घटना है।
मध्यान्ह भोजन के इस पूरे गोरख धंधे में बडे पैमाने पर राषि एवं राषन का भी गोलमाल किया जा रहा है। जनपद षिक्षा केन्द्र एवं जनपद पंचायत की सह पर मध्यान्ह भोजन चलाने वाली एजेन्सिया छात्रो की कम उपस्थिति को अधिक में बदलकर बडे स्तर पर राषि एवं गेहंू को निगल रही है। भविष्य में बीआरसीसी की लापरवाही के चलते मध्यान्ह भोजन वितरण में किसी बडी घटना के घटित होने से इंकार नही किया जा सकता। वही इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व उमराव सिंह मरावी से पूछे जाने पर उनका कहना था कि कथित रूप से घटित हुए इस मामले की गंभीरता से जांच कराई जा रही है। उन्होने संभावना जताई कि हो सकता है कि किसी ने षडयंत्र पूर्वक इस घटनाक्रम की रचना की हो। हमनें भोजन का नमूना लिया है तथा यदि कोई दोषी पाया जाता है तो कडी कार्रवाई की जावेगी।