प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान राज्य के पहले मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता अजीत जोगी को मंच पर एक अदद कुर्सी तक नहीं दी गई, जबकि मध्यप्रदेश चुनाव अभियान समिति के प्रमुख ज्योतिरादित्य सिंधिया को पूरे सम्मान के साथ स्थान दिया गया।
मंच पर कांग्रेस के कोटे से राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री चरण दास महंत और मध्यप्रदेश में चुनावी कमान संभालने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया नजर आए। अजीत जोगी को खून का घूंट पीकर मंच के सामने की कुर्सियों पर बैठना पड़ा।
गौरतलब है कि गुरुवार को बिलासपुर में एनटीपीसी के सीपत और लारा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट को राष्ट्र को समर्पित करने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पहुंचे थे। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, जोगी के चेहरे से गुस्सा साफ झलक रहा था, लेकिन मंच पूरी तरह एसपीजी सुरक्षा के घेरे में था, इसलिए जोगी कड़वा घूंट पीकर रह गए.
प्रदेश में जोगी और महंत के बीच छिड़ी जंग अब किसी से छुपी नहीं है, लेकिन जोगी के साथ यह व्यवहार कांग्रेस की अंदरुनी कलह की ओर ही इशारा करता है क्योंकि केंद्रीय विद्युत मंत्रालय की ओर से जारी इश्तिहारों में साफ तौर पर प्रधानमंत्री के साथ जिन आठ गणमान्य लोगों की गरिमामयी उपस्थिति का जिक्र किया गया है उसमें पूर्व मुख्यमंत्री जोगी का नाम भी आखिर में लिखा हुआ है.