जबलपुर। जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि रावण के तो दस सिर थे लेकिन भाजपा के सौ सिर हैं। यही वजह है कि जितने नेता हैं उतनी प्रकार की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के दिल में कुछ है और वोट के लिये कुछ और कर रहे हैं, इसलिए 17 साल तक सबंध रखने के बाद उनकी पार्टी एनडीए के गठबंधन से अलग हो गई। यह बात उन्होंने सर्किट हाउस नंबर एक में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही।
शरद यादव ने कहा कि गठबंधन की राजनीति देशहित में है इसी कारण जनता दल मध्यप्रदेश में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है। हालांकि अभी तय नहीं हो पाया है कि यह गठबंधन कितनी सीटों पर चुनाव लडे़गा।
उन्होंने कहा कि आदिवासी प्रकृति के साथ जीता है लेकिन नए बाजार ने जंगल काट दिए और गांव विस्थापित कर दिए हैं।
सर्वे के अनुसार यूपीए की सरकार बनने की बात पर उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों को बहुमत नहीं मिलेगा, सरकार थर्ड फ्रंट की ही बनेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि सर्वे यूरोप में संभव है भारत में नहीं क्योंकि यहां हर आधार पर बहुत भेदभाव है। इस दौरान गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरा सिंह मरकाम, जदयू के गोविंद यादव, तिलक यादव व संटू दुबे उपस्थित रहे।
मोदी का थियेटर
शरद यादव ने कहा कि भाजपा मोदी का थियेटर चला रही है। क्योंकि टिकट थियेटर में ही होता है लेकिन पिक्चर देखकर कोई वोट नहीं देता। मोदी का नाम कार्पोरेट सेक्टर चला रहा है। जनता दल और मोदी का रास्ता अलग-अलग है।
पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए गोंडवाना गंणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरा सिंह मरकाम ने कहा कि कहने के लिए तो आदिवासियों के उन्नयन के लिए कई कानून हैं बहुत सी योजनाएं भी हैं, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। आदिवासी निरंतर पिछड़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में गोंगपा दो फाड़ हो गई थी जिसके कारण हमें ज्यादा सफलता नहीं मिली लेकिन हमने उससे सबक लिया है। इस दफा क्षेत्रीय नेताओं को ही टिकट दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के पूर्वाचल, बुंदेलखण्ड, बघेलखण्ड तथा महाकोशल में उनकी स्थिति बहुत बेहतर है और यहां से काफी सीटें जीत सकते हैं। नक्सली समस्या के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सरकार की कमजोरी है।