भोपाल। कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया ने आदिवासी बहुल झाबुआ जिले की थांदला विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी जाहिर करते हुए कहा,‘अगर कांग्रेस पार्टी मुझे उम्मीदवार के रूप में योग्य समझती है, तो मैं थांदला क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता हूं।
तीस वर्षीय विक्रांत पेशे से सर्जन हैं और अपने गृहनगर झाबुआ में पिछले दो साल से एक निजी नर्सिंग होम चला रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि वह अपने पेशे में बदलाव कर चुनावी राजनीति में कदम क्यों रखना चाहते हैं, उन्होंने कहा, ‘मैं अपने पिता के नक्शे कदम पर चलकर समाज की सेवा करना चाहता हूं। वैसे भी सियासत को नये खून की जरूरत है।’’ विक्रांत जिस थांदला विधानसभा सीट से कांग्रेस के चुनावी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं, वह अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिये आरक्षित है। यह क्षेत्र कांग्रेस के मजबूत गढ़ों में शुमार है और विक्रांत के पिता कांतिलाल की सियासी कर्मस्थली भी रहा है।
उल्लेखनीय है कि दो महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर कई बड़े नेता अपने पुत्रों और संबंधियों को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं।