रामेश्वर धाकड़@RHM भोपाल। घरेलू नौकर द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाने के बाद सलाखों के पीछे पहुंचे पूर्व वित्तमंत्री राघवजी की जेल प्रशासन के लिए भगवान बन गए हैं। उन्हें किसी भी प्रकार की तकलीफ न हो इसके लिए जेल अधिकारियों द्वारा नियमों को शिथिल कर उनकी हर छोटी से छोटी समस्या का ध्यान रखा जा रहा है।
इसके उलट उनके परिजनों द्वारा जेल अधिकारियों पर यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि उन्हें जबरन प्रताडि़त किया जा रहा है। इसकी शिकायत दिल्ली तक की जा चुकी है। पूर्व वित्तमंत्री राघवजी को जिस बैरंग में ठहराया गया है, उसमें उन्हें हर जरूरी सुविधा मुहैया कराई जा रही है, इसके लिए जेल अधिकारियों ने मुख्यालय से नियमों को शिथिल करा लिया है। इसमें भोपाल जेल में पदस्थ उपजेल अधीक्षक एसके स्वामी की महत्वपूर्ण भूमिका है। स्वामी वह शख्स हैं, जिनके लिए राघवजी ने वित्तमंत्री रहते हुए नियमों को शिथिल करके बीमारी के उपचार के लिए करीब 18 लाख की आर्थिक सहायता स्वीकृत की थी। जब समय का पहिया घूमा तो राघवजी उसी जेल में सलाखों के पीछे पहुंच गए, जहां स्वामी उपजेल अधीक्षक हैं। स्वामी के लिए इससे अच्छा कोई अवसर नहीं हो सकता है कि वह राघवजी के अहसानों को चुका सके।
बताया गया कि स्वामी ने जेल के सभी अधिकारियों से साफ कह दिया है कि आप लोगों के लिए ये कैदी हैं, लेकिन मेरे लिए ये भगवान से कम नहीं हैं। हालांकि स्वामी के पास के जेल में राघवजी की बैरक वाला प्रभार नहीं है, वे इंड्रस्टीज विभाग को देख रहे हैं। लेकिन उनकी वजह से राघवजी से उनकी पत्नी जाली पर खड़े होकर नहीं बल्कि जेलर कार्यालय के पीछे स्थित एक कक्ष में बैठकर रोजाना चर्चा करती हैं। उपजेल अधीक्षक द्वारा राघवजी की भगवान की तरह सेवा करने का मामला तब प्रकाश में आया, जब उनकी बेटी ने जेल मंत्री जगदीश देवड़ा से शिकायत की थी कि उनके पिताजी को जेल में परेशान किया जा रहा है। शिकायत की जांच कराने के बाद पता चला कि राघवजी की जेल में भगवान की तरह सेवा हो रही है।
खाना भी मन पसंद
बताया गया कि राघवजी जेल का खाना ही खा रहे हैं, लेकिन जो आम कैदियों को मिलता है वह खाना नहीं। जेल प्रशासन द्वारा उनके लिए अलग से भोजन बनवाया जाता है। जिसका खर्च भी जेल प्रशासन उठा रहा है। जेल अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए नियमों को शिथिल करा लिया गया है। ऐसी स्थिति में विशेष भोजन देने का प्रावधान होता है।
कड़ी निगरानी में राघवजी
बताया गया कि राघवजी का एक दुश्मन जेल में बंद है। जिससे राघवजी को जान का खतरा होने की संभावना को देखते हुए उनकी निगरानी बड़ा दी गई है। राघवजी ने वित्तमंत्री रहते हुए एक भदौरिया नाम के व्यक्ति को मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में जेल भिजवा दिया था। इसके बाद से भदौरिया, राघवजी से बदला लेने की फिराक में हैं।