भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओ उमा भारती और प्रभात झा के बाद अब मध्यप्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी बलात्कार और अन्य आरोपो के घेरे मे आए संत आसाराम बापू के बचाव मे आ गए है।
श्री मिश्रा ने यूनीवार्ता से कहा कि उन्हे लगता है कि इस मामले मे कोई साजिश है। इसलिए संपूर्ण मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, बाद में उन्होंने जोड़ा कि यह उनका निजी मत है।
इससे पहले सुश्री उमा भारती ने गुरूवार को यहां पत्रकारो से कहा था कि वह स्वयं संत आसाराम को जानती है और वह ऐसे आरोपो मे दोषी नहीं हो सकते है। लेकिन उन्होने यह भी कहा था कि यदि आसाराम पुलिस जांच मे दोषी पाए जाएं तो वह पुलिस से अनुरोध करेगी कि आसाराम को उन्हे सौप दिया जाए ताकि वह सबसे पहले उन्हें सजा दे। सुश्री भारती ने कहा था कि पुलिस को कोई भी कार्रवाई करने के पहले जांच पूरी करना चाहिए।
इस बीच. भिंड मे श्री झा ने भी संत आसाराम के पक्ष मे बयान देते हुए कहा कि उन्हे किसी साजिश के तहत फसाया गया है। उन्होने भी कहा था कि कांग्रेस हिंदू संतो को बदनाम करने का प्रयास करती है।
कुल मिलाकर मध्यप्रदेश शासन के प्रवक्ता का बयान और अचानक आसाराम का इन्दौर आश्रम में आना व एकांतवास में चले जाना, अपने आप में कई संकेत दे रहा है। कम से कम एक संकेत तो स्पष्ट हो रहा है कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार आसाराम के खुले समर्थन में है और संरक्षण भी दे रही है। संभव है पीड़िता के परिवार को भी प्रभावित किया जा रहा हो।