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| यही है वो शातिर ठग |
लम्बे समय से इसकी तलाश में जुटी पुलिस ने पकड़ने के लिए अपना जाल बिछाया और लड़की वाले बने पुलिस कर्मियों के जाल में ये शातिर आखिर फंस ही गया। ये ठग बैतूल समेत कई जिलो में चालबाजी का हुनर दिखा चुका था पिछले महीने ही इसने बैतूल में एक परिवार को अपना निशाना बनाया था।
खुद को गोंदिया का रहने वाला बताने शशिकांत बघेल अब अपनी उचित ससुराल अर्थात बैतूल पुलिस का मेहमान है। हंसी ठिठौली में कहे तो यह बैतूल पुलिस का दामाद बन गया है। लोगों को शादी का झांसा देकर ठगने वाले इस ठग को बैतूल पुलिस ने इसी के शातिराना अंदाज में धर दबोचा। इसे पकड़ने के लिए बैतूल टी आई को कन्या का बाप बनना पडा तो कुछ भाई और बहन बन गए। पुलिस ने इसे पेंचवेहली उतरते ही फंसा डाला और यह शातिर पकड़ में आ गया।
मैरिज ब्यूरो चलाता था जबलपुर का बघेल
दरअसल ये चालबाज अखबारों में छपने वाले वैवाहिक विज्ञापनों में से अपने शिकार चुनता था। जबलपुर में मेट्रीमोनियल चलाने वाले शशिकांत बघेल को वैवाहिकी सेवाए देते देते यह सेवा लोगो को ठगने का जरिया लगने लगी। शादीशुदा होकर एक बेटी के बाप इस शख्स ने वैवाहिक विज्ञापनों को देखकर ऐसे लोगो की तलाश शुरू कर दी जिन्हें अपनी बेटियों के लिए वर की तलाश होती थी। इसने बैतूल में भी एक परिवार को अपना निशाना बनाया। पहले तो इसने खुद को पटवारी बताकर लड़की पसंद की और फिर टीके (तिलक) की रकम कपडे तो लिए ही कुछ दिन बाद अपने प्रमोशन के नाम पर तीस हजार ठग कर फरार हो गया।
जून में यह कई जिलो में अपने शिकार खोजता रहा। पुलिस के जाल में फंसने के बाद यह अपने किये पर पछता रहा है। .
इधर इस चालबाज को गिरफ्त में लेने के बाद पुलिस इसके कारनामे खंगालने में जुटी हुई है। लोगो की फेहरिश्त भी टटोल रही है जिन्हें यह शक्स चूना लगा चुका है।
ललित शाक्यवार एसपी
