भोपाल/जोधपुर। भोपाल से मुंह छिपाकर भागे आसाराम भूमिगत हो गए हैं। उनके बारे में कोई अधिकृत जानकारी नहीं आ रही है जबकि भोपाल के बाद जोधपुर में भी आसाराम समर्थकों ने मीडिया पर हमला बोल दिया।
जोधपुर में आसाराम के समर्थकों ने आईबीएन 7 की टीम पर हमला बोल दिया और कैमरा तोड़ दिया। पुलिस एक घंटे बाद मौके पर पहुंची। आसाराम के समर्थकों ने संवाददाता भवानी सिंह और कैमरामैन की पिटाई की और उनसे माइक छीन लिया और कैमरा तोड़ दिया। समर्थकों ने मीडियाकर्मियों को लाथ-घूंसों से पीटा। ये हमला आसाराम के आश्रम के बाहर किया गया।
आईबीएन 7 संवाददाता भवानी सिंह ने बताया कि अगर आसाराम के समर्थकों को गांव के लोगों ने रोका नहीं तो आईबीएन7 की टीम के साथ कुछ भी हो सकता था। जिस वक्त ये हमला हुआ, मौके पर पुलिस मौजूद नहीं थी। हादसे के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। पुलिस मौके पर करीब एक घंटे की देरी से पहुंची। भवानी के मुताबिक आसाराम समर्थक आईबीएन7 की रिपोर्टिंग को लेकर खासे नाराज हैं और चाहते हैं कि खबरों में आसाराम को सम्मानजनक तरीके से दिखाया जाए।
उधर, आसाराम समर्थकों की हरकत की हर किसी ने एक सुर में निंदा की है। जेडीयू नेता शरद यादव ने इस घटना पर कहा कि आसाराम को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि जानते हुए आसाराम को छूट दी गई है। कानून-व्यवस्था और पुलिस की कोई परवाह नहीं है आसराम को। सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। मीडिया पर हमला निंदनीय और चिंता की बात है।
ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन यानी बीईए ने भी आसाराम समर्थकों की इस हरकत की निंदा करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं चंडीगढ़ प्रेस क्लब ने भी इस हमले को निंदनीय करार दिया।