भोपाल। शाकिर अली गैस राहत अस्पताल में इलाज कराने गए गंभीर रूप से बीमार एक युवक को बिना जांच किए डॉक्टरों द्वारा घर लौटा दिया गया। जहां हालत बिड़ने के बाद उसकी मौत हो गई।
भोपाल गैस पीड़ित महिला आयोग संगठन के मुताबिक 5 अगस्त की सुबह करीब सात बजे छोला निवासी मो. राजा (21 वर्ष) के सीने में दर्द उठा, जिससे उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। परिजन उसे शाकिर अली अस्पताल ले गए। जहां गैस राहत जवाहर लाल नेहरू के डॉक्टर पीके वर्मा ने उसे बिना जांच ही कुछ दवाइयां देकर घर भेज दिया।
घर पर युवक की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर वक्त रहते सही उपचार देते तो जान बच सकती थी। वहीं गैस पीड़ितों के लिए काम कर रहे अब्दुल जब्बार ने कहा कि विभाग की आपातकालीन सेवाएं 28 वर्ष बाद भी ठीक नहीं हो सकीं। डॉ वर्मा को निलंबित कर विभाग अपनी गलती पर पर्दा डाल रहा है। उन्होंने युवक पर परिवार को मुआवजा व पेंशन दिए जाने की मांग विभाग से की है। इधर संबंधित डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है।