भोपाल। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा है कि जमीन धोखाधड़ी में जिस एममार एमजीएफ कंपनी और लोकायुक्त के बेटे सिद्धार्थ नावलेकर के खिलाफ अदालत के आदेश पर एफआईआर हुई है वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकार को कठघरे में खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि फरियादी की जब शासन-प्रशासन में कोई सुनवाई नहीं हुई तो मजबूर होकर उसे अदालत की शरण में जाना पड़ा।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में फरियादियों के साथ शिवराज सरकार में अन्याय हो रहा है। उनकी कोई सुनवाई नहीं होती क्योंकि इस सरकार का संरक्षण रसूखदारों को होता है, आम गरीबों को नहीं। श्री सिंह ने कहा कि सिद्धार्थ नावलेकर की ऐसी ग्यारह कंपनियां है, जिन्हें शिवराज की कृपा से भूमि मिली है। लोकायुक्त के दूसरे बेटे संदीप नावलेकर मुख्यमंत्री की चीन यात्रा जो कि प्रदेश में पूंजी निवेश आमंत्रित करने के लिए थी, उनके साथ गए थे। उन्होंने कहा कि यह घटनाएं बताती है कि मुख्यमंत्री की गहरी निकटता इस मामले में है।
श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री वाकई में दबाव मुक्त हैं तो उन्हें इस धोखाधड़ी उजागर होने के बाद नावलेकर की सभी कंपनियों की भूमि की जांच कराना चाहिए, जिससे उनके द्वारा की जा रही धोखाधड़ी का खुलासा हो सकें।