भोपाल। हबीबगंज से इंदौर के बीच प्रस्तावित एसी डबल डेकर ट्रेन के मामले में रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) ने कमिश्नर रेलवे सेटी (सीआरएस) द्वारा पूछे गए चार सवालों के जवाब बुधवार को पश्चिम मध्य रेलवे को भेज दिए हैं। इसकी पुष्ठि आरडीएसओ के अधिकारियों ने की है। सनद रहे कि होली से लेकर आज तक डबल डेकर को किसी न किसी तिनके के सहारे रोकने का उपक्रम चल रहा है।
उधर कमिश्नर रेलवे सेटी का कहना है कि आरडीएसओ से पूछे गए सवालों के जवाब मिलने के बाद ही कुछ कह पाएंगे। आरडीएसओ के अधिकारियों ने बताया कि कुछ दिन पहले सीआरएस चेतन बक्शी ने ट्रेन संचालन से पहले चार बिंदुओं के संबंध में जानकारी चाही थी।
आरडीएसओ ने बताया कि सीआरएस में सवाल किया था कि डबल डेकर के दरवाजे पर कोई यात्री खड़ा या बैठा रहता है तो उसे क्या नुकसान होगा। इस पर आरडीएसओ ने जवाब दिया है कि प्लेटफार्म और दरवाजे की ऊंचाई एक ही बराबर है। इसकी हाई नार्मल है। इसलिए इसमें खडेÞ होने वाले यात्री व बैठे हुए व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं होगा।
दूसरा प्लेटफार्म व दरवाजों के बीच गैप, पायदान की ऊंचाई को लेकर था। इस पर आरडीएसओ ने जवाब दिया है कि प्लेटफार्म और दरवाजों के बीच पर्याप्त गैप रखा गया है। साथ ही पायदान को लेकर कोई परेशानी नहीं होगी।
इस तरह के दो ओर सवालों के जवाब आरडीएसओ ने पश्चिम मध्य रेलवे को भेज दिए हैं। ट्रेन की स्पीड का पता चलेगा डबल डेकर ट्रेन में पैसेंजर इंफरमेंशन सिस्टम (पीआईसी) लगाया गया है। ट्रेन शुरू होते है यात्रियों को इस बात की जानकारी डिस्प्ले बोर्ड दिखाई देगी कि ट्रेन कितनी स्पीड से दौड़ रही है। इसके अलावा अगला स्टेशन कौन से होगा जानकारी बोर्ड पर दिखाई देगी।