भोपाल। राजश्री पान मसाला बनाने वाली कंपनी ‘कायपान’ ने आयकर विभाग के सामने 10 करोड़ रुपए सरेंडर किए हैं। आयकर विभाग ने गुरुवार को कंपनी के ठिकानों पर छानबीन का काम पूरा कर लिया।
आयकर की पड़ताल में स्टॉक और हिसाब-किताब संबंधी अनेक अनियमितताएं सामने आई हैं। दो दिन पहले आयकर विभाग ने कंपनी के दμतर पर सर्वे की कार्रवाई की थी। यहां विभाग के बड़ी संख्या में दस्तावेज मिले थे। दस्तावेजों की छानबीन में पता चला कि कंपनी केन्द्रीय उत्पादन शुल्क में हर साल 111 करोड़ रुपए से अधिक ड्यूटी दे रही है लेकिन आयकर विभाग को टेक्स नहीं दिया जा रहा था।
कंपनी ने पिछले साल का आयकर रिटर्न भी जमा नहीं किया। आयकर कमिश्नर एससी सोनकर का कहना है कंपनी के संचालकों ने 10 करोड़ से अधिक की राशि सरेंडर कर दी है। विभाग अब दस्तावेजों का परीक्षण के बाद वास्तविक टैक्स चोरी निकालकर वसूली की जाएगी।
इधर राजधानी के तीनों ज्वेलर्स स्वर्ण प्रभा, स्वर्ण पुष्प और राधाकृष्ण फूलचंद पर हुई पड़ताल के संदर्भ में विभागीय पूछताछ एवं अन्य औपचारिकताएं जारी रहीं। इन तीनों व्यवसाइयों ने 7 करोड़ रुपए का सरेंडर किया है। इस तरह आयकर असेसमेंट विंग की इस कारर्वाई में कुल 17 करोड़ से अधिक का सरेंडर हुआ है। इस बेहिसाबी संपत्ति पर आयकर विभाग अब टैक्स वसूली की कार्रवाई कर रहा है।