भोपाल। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने को दुःखद बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पीएमटी घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में पढ़ाई की जगह नोट लेकर शिक्षा देने का गोरख धंधा चल रहा है।
उस प्रदेश का भविष्य निर्माण किस तरह सरकार कर रही है, यह इस कांड के उजागर होने से पता चलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएमटी घोटाले कांड में भाजपा सरकार के शीर्ष से लेकर नीचे तक के लोग जुड़े है। सीबीआई जांच से ही उनके नाम और काम उजागर होंगे।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि युवा पंचायत कर उनके हितैषी बनने और रोजगार उपलब्ध कराने के दावे तो मुख्यमंत्री करते है लेकिन उनकी शिक्षा और भविष्य के मामले में सरकार किस तरह खिलवाड़ कर रही है इसका उदाहरण है पीएमटी प्रवेश परीक्षा में होने वाला घोटाला। श्री सिंह ने कहा कि इस घोटाले की जो परतें खुल रही है वे इस बात की ओर इशारा करती है कि इसके तार सीधे सत्ता के शीर्ष पर बैठे हुए लोगों और भाजपा से जुड़े हुए है।
नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि-
व्यापमं के परीक्षा नियंत्रक डा. पंकज त्रिवेदी किस मंत्री के रिश्तेदार हैं।
पीएमटी परीक्षा की प्रश्नउत्तरी किस भाजपा पदाधिकारी के प्रेस में प्रकाशित होती थी और वह वर्तमान में किस सरकारी संस्था का पदाधिकारी है।
क्या यह पदाधिकारी प्रदेश के मुखिया का विश्वास पात्र है।
पीएमटी घोटाले के मुख्य अभियुक्त डा. जगदीश सागर किस पार्टी से जुड़े हैं और पिछले दिनों सत्ता और भाजपा संगठन के कौन प्रमुख अपने इंदौर प्रवास के दौरान इनके घर खाना खाने गए थे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसके अलावा कई सवाल ऐसे हैं जो इस पूरे मामले के पीछे सत्तारूढ़ पार्टी के कनेक्शन को उजागर करते है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की युवा पीढ़ी के भविष्य और उनके प्रति मुख्यमंत्री में जरा भी ईमानदार चिंता है तो उन्हें तत्काल इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराना चाहिए, ताकि विद्यार्थियों के भविष्य से खेलने वाले दरिंदे सामने आ सके और कानून उन्हें सजा दे सके।