भोपाल। मध्य प्रदेश में नौकर के साथ दुष्कर्म के आरोपी पूर्व मंत्री राघवजी को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। शक जताया जा रहा है कि वो फरार हो गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के इस आरोप को खारिज कर दिया है कि सरकार पूर्व मंत्री को संरक्षण दे रही है।
उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा-लेकिन कांग्रेस ने राघवजी केस के बहाने सरकार पर हल्ला बोल दिया है। इस बीच भोपाल की अदालत में आज राघवजी की अग्रिम जमानत याचिका पर आज सुनवाई होगी।
मध्यप्रदेश विधानसभा में सोमवार से मॉनसून सत्र शुरू हुआ। लोगों की दिलचस्पी ये जानने में थी कि नौकर से अप्राकृतिक रिश्ते बनाने के आरोपी पूर्व वित्त मंत्री राघवजी आएंगे या नहीं। लोग इंतजार करते रह गए-राघवजी नहीं आए। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस भी उन्हें तलाश रही है। राघव जी न भोपाल के सरकारी बंगले में मिले, न अपने शहर विदिशा में। शक जताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के डर से वो फरार हो गए हैं।
राघवजी पर केस दर्ज हुए एक दिन से ज्यादा वक्त बीत चुका है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उन्हें मंत्री पद से हटा चुके हैं। पार्टी ने सदस्यता खत्म कर दी। मगर उनकी गिरफ्तारी में देरी से सरकार की नीयत पर सवालिया निशान लग रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक जहाँ तक बीजेपी की सरकार का सवाल है कानून अपना काम करेगा। मैने सीडी नहीं देखी।
वहीं मॉनसून सत्र के पहले दिन कांग्रेस ने पैदल मार्च निकाला और शिवराज सरकार के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया, और सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का इरादा भी साफ कर दिया। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के मुताबिक कानून किस तरह अपना काम करेगा। एफआईआर लिखने में छह घंटे लगे। जब तक एफआईआर नहीं लिखी जब तक पार्टी से निकालने का फैसला नहीं हो गया। क्या ऐसा कानून अपना काम करेगा?