काँग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि “मध्य प्रदेश में लड़कियाँ ही नहीं बल्कि लड़के भी सुरक्षित नहीं” वाला ट्वीट उन्होंने राज्य के पूर्व वित्तमंत्री राघवजी की गिरफ़्तारी के संदर्भ में किया था. उन्होंने ये भी कहा है कि “केदारनाथ में प्राकृतिक आपदा और मध्य प्रदेश में अप्राकृतिक आपदा” वाला ट्वीट भी उन्होंने एक लड़के के साथ यौनाचार के आरोपों में राघवजी की गिरफ़्तारी के संदर्भ में किया था.
दिग्विजय सिंह ने बीबीसी हिंदी के साथ एक बातचीत में ये बातें कही हैं. काँग्रेस महासचिव ने पाँच जुलाई को ट्वीट किया था – “एक दोस्त ने एसएमएस भेजा है जिसे मैं ट्वीट करने का लोभसंवरण नहीं कर पा रहा हूँ – अब लड़कियाँ ही नहीं, मध्य प्रदेश में लड़के भी सुरक्षित नहीं रहे.”
इसी दिन एक युवक ने पुलिस में जाकर शिकायत दर्ज की थी कि मध्य प्रदेश के वित्तमंत्री राघवजी ने उसके साथ यौनाचार किया है. इसके कुछ दिन बाद राघवजी को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया.
आठ जुलाई को दिग्विजय सिंह ने फिर एक ट्वीट किया – “उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा आई है और मध्य प्रदेश में अप्राकृतिक आपदा आई है – मप्र के एक पत्रकार का एसएमएस.”
'अप्राकृतिक ?'
जब उनसे पूछा गया कि “लड़के भी सुरक्षित नहीं” से आपका क्या आशय था, तो दिग्विजय सिंह ने कहा – “मेरे पास ये ट्वीट आया और मैंने उसे इसलिए रिपीट कर दिया क्योंकि मध्य प्रदेश में चर्चा चल रही है. मध्य प्रदेश में सबसे ज़्यादा बलात्कार हो रहे हैं. वहाँ महिलाएँ तक ही नहीं अब तो लड़कों तक का नंबर आ रहा है.”
बीबीसी - आप कौन सा उदाहरण देना चाह रहे थे?
दिग्विजय सिंह – राघवजी वाला.
बीबीसी- राघवजी वाले उदाहरण को ही आपने रेखांकित किया कि वहाँ लड़के भी सुरक्षित नहीं हैं?
दिग्विजय सिंह- जी हाँ.
उन्होंने मध्य प्रदेश की इस घटना को “अप्राकृतिक आपदा” भी कहा था.
बीबीसी - उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा आई है और मध्य प्रदेश में अप्राकृतिक आपदा आई है, इस ट्वीट का क्या अर्थ था?
दिग्विजय सिंह – इसका वही मतलब था जिसे मैं पहले कह चुका हूँ.
बीबीसी – उसको (राघवजी संबंधी विवाद को) क्या आप अप्राकृतिक आपदा मानते हैं?
दिग्विजय सिंह – अननैचुरल ऑफ़ेंस और क्या होता है?
'राघवजी यानी भगवान राम'
पर नौ जुलाई के एक और ऐसे ही ट्वीट को उन्होंने एक नया मोड़ दे दिया.
उन्होंने ट्वीट किया था – “भोपाल में नारे लग रहे हैं – बच्चा बच्चा राम का, राघवजी के काम का !”
दिग्विजय सिंह का कहना था कि वो राघोगढ़ के रहने वाले हैं और वहाँ भगवान राम को राघव जी ही कहा जाता है. इसलिए उस संदर्भ में कहा था कि बच्चा बच्चा राघव जी के काम का.
अयोध्या में विवादास्पद जगह पर राम के अस्थायी मंदिर जाकर दर्शन करने के सवाल को दिग्विजय सिंह टाल गए.
उन्होंने कहा, “मैं भगवान राम को हर जगह पाता हूँ. भगवान राम के वहाँ अनेक मंदिर हैं. अनेकों मंदिर में कनक मंदिर सबसे बेहतर है जो टीकमगढ़ रियासत का है और वहाँ मैं कई बार जा चुका हूँ.”
जब उनसे फिर पूछा गया कि क्या आप अयोध्या में रामलला के मंदिर जाएँगे तो दिग्विजय सिंह ने जवाब दिया, “ईश्वर कण-कण में है. राम कण कण में हैं. उन्हें किसी एक स्थान में सीमित करना अनुचित है.”
दिग्विजय के “बच्चा-बच्चा राम का” वाले ट्वीट पर उनके ख़िलाफ़ मध्य प्रदेश में एक पुलिस रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है.